भापकुंड से लेकर सुमना तक करीब एक दर्जन स्थानों पर विशालकाय ग्लेशियर टूट कर गिरे थे। सुमना में जो ग्लेशियर आया, उससे कई गुना बड़े ग्लेशियर मार्ग पर पड़े हैं। सुमना में रेस्क्यू अभियान दिन-रात जारी है। अब सेना के साथ ही आईटीबीपी एवं बीआरओ की टीम भी रेस्क्यू अभियान मे जुटी है।
बीआरओ की 21 टास्क फोर्स के कमाण्डर कर्नल मनीष कपिल ने घटनास्थल से लौट कर बताया कि भापकुंड से लेकर सुमना तक करीब एक दर्जन स्थानों पर भी विशालकाय ग्लेशियर टूट कर गिरे थे। वे घटना की सूचना मिलते ही भापकुंड से टीम के साथ पूरी रात पैदल चलकर घटना स्थल तक पहुंचे।
उन्होंने बताया कि सुमना में जो ग्लेशियर आया उससे कई गुना बड़े ग्लेशियर मार्ग पर पड़े है। इससे कई स्थानों पर रोड को भी नुकसान पहुंचा है।उन्होंने बताया कि बीआरओ की मशीनें व कार्मिक रोड खोलने के कार्य मे जुटे हैं। बीआरओ की प्राथमिकता मे शवों की तलाश के साथ रोड को समय पर खोलना भी है।
कमांडर कपिल ने कहा कि सुमना में भीषण आपदा में सेना व वहां मौजूद बीआरओ के अधिकारियों.कर्मचारियों ने पूरी रात मेहनत कर सैकड़ों जिंदगियों को बचाया है। बीआरओ की टीम रोड खोलने के साथ ही पुनः शिविरों को स्थापित करने मे जुटी है। कर्नल मनीष ने बताया कि मृतकों के परिजनों से संपर्क किया जा रहा है, ताकि शवों के दाहसंस्कार की प्रक्रिया को पूरा किया जा सके।