नई दिल्ली। छठी पर साल के सर्वश्रेष्ठ फुटबाल खिलाड़ी चुने गए भारतीय फुटबाल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने कहा है उन्होंने छठी बार एआईएफएफ का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने जाने के बारे में कभी नहीं सोचा था।
उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार मुझे और ज्यादा अच्छा करने के लिए प्रेरित करती है और यह मुझे अपनी जिम्मेदारियों का अहसास दिलाती है। ईमानदारी से कहूं तो मैंने इसके बारे में कभी नहीं सोचा था।
उन्होंने कहा कि मैं केवल इस बात से खुश रहता हूं कि मैं देश के लिए खेल रहा हूं और इसलिए मैं कड़ी ट्रेनिंग करता हूं और इसका आनंद लेता हूं। मैंने 100 से अधिक मैच खेलने, इतने सारे गोल करने और छठी बार एआईएफएफ का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने जाने के बारे में कभी नहीं सोचा था।
उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) ने मंगलवार को ही साल 2018-19 के लिए अपने वार्षिक पुरस्कारों का ऐलान किया जिसमें छेत्री को साल का सर्वश्रेष्ठ पुरुष फुटबाल खिलाड़ी चुना गया है। छेत्री ने छठी बार यह खिताब अपने नाम किया है।
छेत्री ने इससे पहले 2007, 2011, 2013, 2014 और 2017 में भी यह अवार्ड जीता था। वह अब तक 70 अंतरराष्ट्रीय गोल कर चुके हैं।
यह पूछे जाने पर कि तो आपको किसी फुटबालर से प्रेरणा नहीं मिलती है, कप्तान ने कहा कि इसके लिए मैं दो जैंटलमैन क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनल मेसी का नाम लेना चाहूंगा। पिछले 10-11 साल से, इन दोनों खिलाड़ियों ने विश्व फुटबाल पर पूरी तरह से अपनी छाप छोड़ी है। अगर ये खिलाड़ी 2-3 मैच में गोल नहीं करते हैं तो लोग यह कहने लगते हैं कि ये खिलाड़ी फॉर्म में नहीं हैं। मैं जब भी तनाव में रहता हूं और खुद को थका हुआ महसूस करता हूं कि मैं इन दोनों की ओर देखता हूं।