जनांदोलन का रूप ले चुका स्वच्छता कार्यक्रम

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नैनीताल, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय भारत सरकार के सचिव परमेश्वर अय्यर ने कहा कि, “शहर से लेकर गांवों तक स्वच्छता कार्यक्रम अब जन आन्दोलन का रूप ले चुका है। यही कारण है कि ग्रामीण स्वयं इस अभियान में स्वयं पहल कर रहे है और यह कार्यक्रम देश के 117 जिलों में चलाए जा रहे है।” 

डा. रघुनन्दन सिह टोलिया उत्तराखण्ड प्रशासन अकादमी में पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय भारत सरकार की ओर से दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय भारत सरकार के सचिव परमेश्वर अय्यर ने दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस मौके पर सचिव अय्यर ने कार्यशाला में आये विभिन्न राज्यों प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वच्छता एवं शुद्वपेय जल आज की सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता है। राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत लोगो को जनजागरूक करते हुये स्वच्छता से जोडा गया है। यह कार्यक्रम अब जन आन्दोलन का रूप ले चुका है। उन्होंने कहा इस कार्यक्रम को ग्रामीण समुदाय खुद अपनी जिम्मेदारी के साथ क्रियान्वित कर रहे है। देश के 117 जिलों मेें स्वच्छता एवं पेयजल से सम्बन्धित कार्यक्रम क्रियान्वित किये जा रहे है।

कार्यशाला में मंत्रालय के सचिव तथा वरिष्ठ अधिकारी के साथ ही देश के विभिन्न स्थानों से स्वच्छ भारत मिशन से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी प्रतिभाग कर रहे हैं। कार्यशाला में स्वजल एवं स्वच्छ भारत मिशन को लेकर विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिये गये। स्वच्छता तथा पेयजल पर विचार विमर्श एवं मंथन शुरू हो गया है। इस दौरान स्वजल तथा स्वच्छता पर तैयार की गई फिल्म भी दिखाई गई।