सर्दी के मौसम में आपको अपनी सेहत का बेहद ख्याल रखना है। सभी आयु वर्ग के नागरिक बदलते मौसम में खुद को गरम कपड़ों से कवर करके रखे। जरा सी लापरवाही आपकी जिंदगी पर भारी पड़ सकती है। वाहन चलाने के दौरान अपनी स्पीड पर नियंत्ररण रखे। कोहरे में वाहन को सावधानी पूर्वक चलाये। इसके अलावा शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द होने पर बिना देरी किये चिकित्सक की सलाह लें। इसके अतिरिक्त गुनगुने पानी का सेवन करें। रात्रि डयूटी करने के लिये दिन में भरपूर नींद का आनंद ले। जिससे शरीर पुरी तरह से चुस्त दुरस्त रहेगा।
दिसंबर के महीने में सर्दी भी अपने असली रंग में आने लगी है। रात्रि में कड़ाके की सर्दी होने लगी है। ऐसे में सभी नागरिकों को बहुत सावधानी रखने की जरूरत है। एकाएक कमरे से बाहर ना निकले। कमरे का गरम वातावरण बाहर के सर्दी के वातावरण से भिन्न होता है। जो आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अतिरिक्त सर्दी के मौसम में पुरानी गुम चोट और मामूली चोट भी हड्डियों में दर्द उत्पन्न करती है। ऐसे में आप इस दर्द के बारे में चिकित्सक की सलाह लें। इसके अतिरिक्त दिल के मरीजों के लिये सर्दी बेहद खतरनाक है। ऐसे में दिल के मरीज दिन में धूप निकलने पर कुछ दूरी तक पैदल जरूर चले।
शरीर की नसों में खून का संचार सुचारु रहे इसके लिए पैदल चलना और धूप का मिलना बहुत आवश्यक है। डॉ. सुशील शर्मा ने बताया कि, “सर्दी के मौसम में बच्चों को विंटर डायरिया और निमोनिया की बीमारी ज्यादा होती है। ऐसे में बच्चों के शरीर में पानी की कमी ना होने दी जाये। बच्चों को सर्दी से बचाकर रखा जाये।”
आर्थो सर्जन डॉ. दीपक कुमार ने बताया कि, “सर्दी में पुरानी चोटों का दर्द भी हड्डियों में होने लगता है। इस दर्द का तत्काल उपचार करायें।” डॉ मोहित चौहान, एमडी ने बताया कि, “रात्रि डयूटी करने वाले पुलिस के जवानों को बेहद सावधानी रखने की जरूरत है। पुलिसकर्मियों को गुनगुने पानी की बोतल हमेशा साथ रखनी है। इसके अलावा रात्रि में मादक पदार्थो और तली हुई चीजों का सेवन नहीं करना है। किसी प्रकार का शरीर में दर्द होने पर तत्काल चिकित्सीय परामर्श जरूर ले। किसी दर्द में लापरवाही ना करें।”