सरकार भले ही कितने नये नियम कानून निकाले लेकिन हेराफेरी करने वाले उसमें कोई न कोई छेद ढूंढ लेते हैं। इसी का प्रमाण उत्तराखंड आयकर विभाग की टीडीएस टीम द्वारा प्रदेशभर में मारे गये छापे हैं, जिससे निजी तथा सरकारी दोनों क्षेत्रों में अफरा-तफरी मची हुई है।
इस सर्वे तथा छापेमारी का कारण टीडीएस की चोरी बताई जा रही है। आयकर विभाग की टीडीएस टीम इन संस्थानों से टैक्स चोरी के संबंधित अभिलेखों को कब्जे में लेकर कार्रवाई कर रही है।
गुरुवार को आयकर विभाग के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि सहायक संयुक्त आयकर आयुक्त लियाकत अली के नेतृत्व में प्रदेश भर में टीडीएस चोरी की जांच की जा रही है। एक अभियान के तहत यह जांच गढ़वाल से लेकर कुमाऊं परिक्षेत्र के कई जिलों में अलग-अलग टीमों के माध्यम से की जा रही है। इसी कार्रवाई के तहत देहरादून जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय के अलावा सिडकुल हरिद्वार स्थित स्ट्रालाइट टेक्नोलॉजी लिमिटेड और जिला शिक्षा अधिकारी हरिद्वार में भी सर्वे किया गया।
आयकर विभाग की टीडीएस टीम को प्रदेश भर में अलग-अलग संस्थानों में लाखों रुपये के कर चोरी के प्रमाण मिले हैं। हल्द्वानी के कुर्मांचल कंस्ट्रक्शन कंपनी में भी टीडीएस चोरी का मामला प्रकाश में आया है। इसी तरह कई अन्य संस्थानों पर भी विभाग की नजर है तथा छापेमारी के माध्यम से टीडीएस के प्रकरणों पर कार्यवाही की जा रही है।