रोमांच का दौर आ रहा है टिहरी लेक फ़ेस्टिवल में!!

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हर साल उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड (यूटीडीबी) टिहरी झील त्यौहार (टिहरी लेक फेस्टिवल) का आयोजन करता हैं, इस फेस्टिवल की खास बात है हर उम्र के लोगों के लिए नॉन-स्टॉप एक्शन। 5वां टिहरी लेक फेस्टिवल युवाओं के लिए 3 दिन के पानी के खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ आ रहा है।यह एक ऐसा फेस्टिवल है जिसके लिए हर कोई बेसब्री से इंतजार करता है और ज्यादा से ज्यादा लोग इसमे प्रतिभाग करते हैं। यह फेस्टिवल 20 से 22 अप्रैल 2018 तक टिहरी झील, उत्तराखंड में आयोजित किया जाएगा।

 

टिहरी झील महोत्सव में बहुत से एडवेंचर एक्टिविटीस का आयोजन किया जा रहा है जैसे बोटिंग,जेट स्कीइंग,बनाना राइड्स,वॉटर स्कीइंग,सर्फिंग,कैनोइंग,रिवर राफ्टिंग,पैरागलाइडिंग,कयाकिंग और बहुत कुछ, इसके अलावा महोत्सव में सेलेब्रिटी की परफॉर्मेंस, एडवेंचर विशेषज्ञों के अविश्वसनीय हवाई कौशल और आतिशबाजी भी देखने को मिलेगी।

अप्रैल में होने वाले इस झील महोत्सव को कुमांऊ मंडल विकास निगम लिमिटेड, इनक्रीडिबल इंडिया और प्रोजेक्ट परर्फामेंस मैनेजमेंट सिस्टम ने स्पॉंसर किया हैं औऱ यह एशिया का सबसे बड़ा लेक फेस्टिवल है।

कैसे पहुंचे टिहरीः पर्यटक आसानी से दिल्ली से होते हुए देहरादून और हरिद्वार के माध्यम से टिहरी पहुंच सकते हैं। टिहरी तक पहुंचने का सबसे अच्छा तरीका बसें, निजी टैक्सी और टैक्सी हैं।

रास्ते सेः नई टिहरी,उत्तराखंड और भारत के उत्तरी राज्यों के प्रमुख स्थलों के साथ मोटर सड़कों से जुड़ा हुआ है। देहरादून, मसूरी, ऋषिकेश, हरिद्वार, देवप्रयाग, श्रीनगर, उत्तरकाशी आदि जैसे उत्तराखंड के प्रमुख स्थलों से नई टिहरी के लिए बसें और टैक्सी आसानी से उपलब्ध हैं।

ट्रेन सेः नई टिहरी के निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश में स्थित है। ऋषिकेश भारत के प्रमुख स्थलों के साथ रेलवे नेटवर्क से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। ऋषिकेश रेलवे स्टेशन के लिए रेलगाड़ियां लगातार आती रहती हैं। नई टिहरी से ऋषिकेश मोटर सड़कों से जुड़ा हुआ है ऋषिकेश से टिहरी तक टैक्सी और बसें आसानी से उपलब्ध हैं।

हवाईजहाज सेः जॉली ग्रांट हवाई अड्डा 91 किमी की दूरी पर स्थित नई टिहरी का निकटतम हवाई अड्डा है। टैक्सी जॉली ग्रांट हवाई अड्डे से टिहरी तक आसानी से उपलब्ध हैं। जॉली ग्रांट एयरपोर्ट दैनिक उड़ानों के साथ दिल्ली से जुड़ा हुआ है। नई टिहरी जॉली ग्रांट हवाई अड्डे के साथ मोटर सड़कों से जुड़ा हुआ है।

इतिहासः टिहरी,टिहरी गढ़वाल जिला का प्रशासनिक सीट है। इसका नाम ‘त्रिहारी’ से है, जो तीन प्रकार के पापों को शुद्ध करता है अर्थात मानसा, वाचा और कर्मना या पाप।

टिहरी का गौरव है टिहरी बांध, जो एक इंजीनियरिंग का चमत्कार और दुनिया की सबसे बड़ी हाइड्रो-इलेक्ट्रिक परियोजना है।टिहरी बांध दो महत्वपूर्ण हिमालयी नदियों भागीरथी और भिलंगना के जल का संरक्षण करता है। आज पानी के नीचे पुरानी टिहरी के खंडहर हैं। नई टिहरी समुद्र तल से 1550-1950 मीटर से ऊंचाई पर फैले एक आधुनिक शहर है, जहां विशाल झील और टिहरी बांध दिखाई देता है।