दून अस्पताल में एमआरआई व सीटी स्कैन की रिपोर्ट के लिए मरीजों को इंतजार नहीं करना पड़ेगा। उनकी सहूलियत के लिए अस्पताल में टेली रेडियोलॉजी सेवा शुरू की गई है। इसके बाद अब रेडियोलॉजिस्ट न होने पर भी जांच रिपोर्ट पर अडंगा नहीं लगेगा।
वर्तमान में प्रदेश में 135 रेडियोलॉजिस्ट के पद स्वीकृत हैं, जिसके सापेक्ष कुल 33 रेडियोलॉजिस्ट ही कार्यरत हैं। दून अस्पताल भी इससे अछूता नहीं है। वर्तमान में यहां मात्र दो ही रेडियोलॉजिस्ट तैनात हैं। जिन पर काम का अत्याधिक दबाव है। अल्ट्रासाउंड के अलावा इनके पास एमआरआइ, सीटी स्कैन व एक्स रे की रिपोर्टिंग का भी जिम्मा है। अस्पताल में रोजाना करीब 20 एमआरआइ होती हैं। इसके अलावा 30-35 सीटी स्कैन, 100 अल्ट्रासाउंड व करीब 350 एक्स रे किए जाते हैं। ऐसे में टेली रेडियोलॉजी प्रणाली से रेडियोलॉजिस्ट की कमी दूर करने के साथ ही चिकित्सकीय परामर्श का सहज विकल्प उपलब्ध कराया गया है।
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके टम्टा ने बताया कि टेली रेडियोलॉजी के माध्यम से मरीज के सीटी व एमआरआइ की रिपोर्टिंग आसान हुई है। टेली रेडियोलॉजी से प्राप्त रिपोर्ट को विशेषज्ञ रेडियोलॉजिस्ट इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से देख सकते हैं और अपनी राय तथा परामर्श यहां तैनात स्टाफ को बता सकते हैं। इस प्रकार उपचार लेने वाले मरीज को बिना रेडियोलॉजिस्ट से मिले संपूर्ण जांच तथा परीक्षण की सूचना प्राप्त हो जाती है। फिलहाल हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में यह सुविधा पूर्व से ही संचालित हो रही है। अब इसे प्रदेश के अन्य चिकित्सालयों में भी संचालित किए जाने का निर्णय लिया गया है। दून अस्पताल के बाद अब 35 अन्य अस्पतालों में भी यह प्रणाली शुरू की जा रही है।