ऋषिकेश। चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रहे स्थानीय प्रशासन ने नगर के अतिक्रमण को लेकर चलाए गए अभियान की दुकानदारों द्वारा खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। जहां प्रशासन अतिक्रमण हटाए जाने का दावा कर रहा है, वहीं प्रशासन के जाते ही दुकानदार फिर से सड़कों पर देखे जाते हैं लेकिन प्रशासन ने अपनी आखों पर पट्टी बांध रखी है। आलम यह है कि अतिक्रमण के चलते शहर की सड़कें पूरी तरह से सिकुड़ने के कगार पर हैं।
चारधाम यात्रा के मुख्य द्वार ऋषिकेश के विभिन्न बाजारों के साथ-साथ यहां के मुख्य मार्ग पूरी तरह से अतिक्रमणकारियों के निशाने पर रहे हैं। प्रशासन की उदासीनता की वजह से हालत यह है कि फुटपाथों के साथ-साथ सड़क तक यहां दुकानें सजती हैं। इसके अलावा, सड़क के किनारे ठेली-खोमचे वालों का अतिक्रमण अलग से यातायात व्यवस्था में अवरोध उत्पन्न कर रहा है लेकिन कोई भी इस समस्या से निजात दिलाने के लिए प्रयास नहीं कर रहा। इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
नगर के अधिकांश मार्गों पर अतिक्रमण का जाल बिछा हुआ है। बाजारों में दुकानदार सड़क तक सामान रख लेते हैं। बीते एक साल से नगर में अतिक्रमण हटाने के लिए कोई छुटपुट कार्रवाई भी नहीं हुई है, जिससे यह समस्या और भी बढ़ गई है। नगर के प्रबुद्धजनों द्वारा इस समस्या से निजात पाने के लिए अधिकारियों से मांग की जाती रही है। इस संबंध में जब उपजिलाधिकारी हरि गिरि से बातचीत की गई तो उनका कहना था कि प्रशासन समय-समय पर अतिक्रमण हटाते रहता है।