केदार के कपाट खुलने की वैदिक प्रक्रिया शुरू होगी 25 अप्रैल से 

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गुप्तकाशी, देश-दुनिया के प्रमुख तीर्थस्थल बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने की वैदिक प्रक्रिया 25 अप्रैल से शुरू होगी। शुक्रवार को कपाट खोलने की तिथि उखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में श्री बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने घोषित की।
उन्होंने कहा कि  द्वादश ज्योतिर्लिंग में शुमार बाबा केदारनाथ के  कपाट 29 अप्रैल को प्रातः मेष लग्न में ठीक 6 बजकर 10 मिनट पर खुलेंगे । मंदिर समिति के वेद पाठी स्वयंवर दत्त सेमवाल और अन्य विद्वान ब्राह्मणों ने ईष्टकाल बनाकर यह तिथि तय की गई ।
थपलियाल ने बताया कि कपाट खुलने की वैदिक प्रक्रिया 25 अप्रैल को शुरू होगी। पौराणिक विधि विधान और परंपराओं का निर्वहन करते हुए 25 अप्रैल को प्रातः भैरवनाथ की पूजा-अर्चना की जाएगी। 26 अप्रैल को बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली का रुद्राभिषेक किया जाएगा। इसके बाद मंदिर की तीन बार परिक्रमा कर अपने प्रथम प्रवास फाटा की ओर डोली प्रवास करेगी। 27 अप्रैल को डोली फाटा से चलकर गौरीकुंड स्थित गौरी माता मंदिर में प्रवास करेगी। 28 अप्रैल को प्रातः बाबा केदार की चल विग्रह उत्सव डोली अपने अंतिम प्रवास कैलाश  (केदारनाथ) पहुंचेगी ।
श्री बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने बताया कि 29 अप्रैल को वैदिक मंत्रोच्चार और बाबा के जयकारों के बीच प्रातः 6ः10 बजे केदारनाथ के कपाट आम लोगों के लिए खोल दिए जाएंगे। ओंकारेश्वर मंदिर में बाबा केदार के कपाट खुलने की घोषणा के समय बद्री केदार मंदिर समिति के उपाध्यक्ष अशोक खत्री, स्थानीय विधायक मनोज रावत ,समिति के कार्यकारी अधिकारी जमलोकी समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।