तीन माह में बाघों के हमले में वन विभाग के कर्मी तीसरी मौत

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कालागढ़/गढ़वाल, कालागढ़ टाइगर रिजर्व के जंगल में गश्त के दौरान  वनकर्मी को बाघ ने हमला करके मौत के घाट उतार दिया। तीन माह में बाघ के हमले से तीन घटनाएं से लोगों में खौफ का माहौल बना हुआ है।
जानकारी के अनुसारदेर शाम करीब साढ़े सात बजे कालागढ़ टाइगर रिज़र्व की प्लेन रेंज के चौखाम इलाके के जंगल में वनकर्मी गश्त कर रहे थे। इसी दौरान झाड़ियों में घात लगाकर बैठे बाघ ने हमला करके वनकर्मी राजेश नेगी को जख्मी कर दिया। साथी कर्मचारियों ने शोर मचाकर बाघ को भगाकर जैसे ही रेंज में वायरलेस किया तभी अचानक बाघ दोबारा आया और घायल राजेश को उठाकर ले गया। घटना की सूचना उच्च अधिकारियों मिलते ही तुरंत राजेश को ढूंढने के लिए गश्ती दलों की टीम बनाई गई। रात भर ढूंढने के बाद राजेश का आधा खाया हुआ शव घने जंगल से बरामद किया गया। इस घटना को लेकर वनकर्मी व गश्ती दल में दहशत बनी हुई है।
उप वन संरक्षक कालागढ़ आर के तिवारी ने बताया कि रविवार शाम कालागढ़ टाइगर रिज़र्व प्लेन रेंज की है। घटनास्थल का मुआयना किया जा रहा है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। गश्ती दलों को सुरक्षित तरीके से गश्त करने के लिए तैयार किया जा रहा है।
तीन महीने में तीन को बनाया निवाला
तीसरे महीने में बाघ के मारे गए वनकर्मी की मौत की यह तीसरी घटना है। इससे पूर्व जुलाई माह में कालागढ़ टाइगर रिज़र्व की प्लेन रेंज में वनकर्मी सोहन सिंह को बाघ ने निवाला बनाया था। इससे बाद अगस्त माह में ढिकाला रेंज में वन कर्मचारी बिशन सिंह को बाघ ने मौत के घाट उतारा था। तीन माह में लगातार हुई तीन मौतों से वन विभाग अपने कर्मचारियों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहे हैं।