कुंभ के लिए हरिद्वार में होने वाले नवीन विभिन्न स्नान घाट निर्माण कार्य का मेलाधिकारी दीपक रावत ने शनिवार को निरीक्षण किया। हरकी पैडी पर भीड़ के दबाव को कम किये जाने के दृष्टिगत विभिन्न स्थलों पर घाट का निर्माण किया जाना है। मेलाधिकारी ने कहाकि कुम्भ मेले के अन्तर्गत होने वाले स्थाई और अस्थाई कार्यों की थर्ड पार्टी से गुणवत्ता की जांच की जायेगी। इस सम्बन्ध में उन्होंने निर्देश दिया कि औचित्यपूर्ण एवं गुणवत्ता युक्त कार्य पर बल दिया जाए। प्रत्येक स्तर पर पारदर्शिता बरती जाए।
मेलाधिकारी ने किया निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण
नवीन विभिन्न स्नानघाट निर्माण कार्य के अन्तर्गत बहादराबाद विकासखण्ड में गंग नहर के दायें तट पर 200 मीटर लम्बा और 3 करोड़ 27 लाख की लागत से गोविन्द घाट का निर्माण किया जाना है। 102 मीटर लम्बा एवं 2 करोड़ 35 लाख की लागत से राम घाट का निर्माण किया जाना है। सती घाट के समीप स्कैप चैनल कनखल के दायें किनारे 325 मीटर लम्बा 4 करोड़ 75 लाख की लागत से स्नानघाट का निर्माण किया जाना है। इसके अतिरिक्त प्रेमनगर आश्रम के सामने 165 मीटर लम्बा, 2 करोड़ की लागत से स्नानघाट का निर्माण एवं अजीतपुर में बालकुमारी मन्दिर के सामने स्नानघाट का निर्माण, कांगड़ी घाट निर्माण कार्य प्रमुख हैं।
कहाकि औचित्य एवं सुविधा के दृष्टि से गंग नहर के दोनों दिशा में घाट निर्माण के लिए, सौन्दर्यीकरण, विस्तारीकरण एवं नवीनीकरण के बिन्दुओं को ध्यान में रखकर यह निरीक्षण किया गया। कहा कि जिन स्थानों पर जनघनत्व है उन स्थलों जहां अधिक संख्या में श्रद्धालु आते हैं एवं अधिक संख्या में आश्रम-अखाड़ों के स्थल हैं पर, घाट निर्माण के लिए विशेष बल दिया जायेगा। इस अवसर पर अपर मेलाधिकारी हरवीर सिंह, उप मेलाधिकारी गोपाल चौहान, सिंचाई विभाग के अधीशासी अभियन्ता पुरुषोत्तम एवं सिंचाई विभाग के सम्बन्धित अभियन्ता मौजूद थे।