देहरादून, उत्तराखंड चारधाम यात्रा इस बार और चमकती हुई दिखेगी। इसका सबसे बड़ा कारण यात्रा का इस बार काफी पहले शुरू होना माना जा रहा है। 2019 में सात मई से चार धाम यात्रा शुरू हुई थी जबकि इस बार 26 अप्रैल से यह यात्रा शुरू होने जा रही है। बद्रीनाथ धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुलेंगे। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा की शुरुआत अक्षय तृतीया से होती है। इस बार 26 अप्रैल को अक्षय तृतीया है। अक्षय तृतीया पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट एक साथ खुलते हैं। इसके बाद बद्रीनाथ और फिर केदारनाथ धाम के कपाट खुलते हैं।
पिछली बार सात मई को यात्रा शुरू हई थी। इसे थोड़ी देर से यात्रा शुरू होना माना गया था। क्योंकि बोर्ड परीक्षाएं काफी पहले खत्म हो गयी थीं और गर्मियों की छुट्टियां पड़ चुकी थीं। इसके बावजूद यात्रियों की संख्या का नया रिकॉर्ड बना था। 35 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने चार धाम में आकर मत्था टेका था। इस बार यात्रा जल्दी शुरू होने से माना जा रहा है कि यात्रियों की संख्या इस बार नए रिकॉर्ड को छू सकती है। पिछली बार की यात्रा में सबसे बड़ा बदलाव केदारनाथ धाम पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या को लेकर दिखा था। पहली बार ऐसा हुआ बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम के यात्रियों की संख्या में बहुत ज्यादा अंतर नहीं रह गया था। केदारनाथ धाम के यात्रियों की संख्या भी 10 लाख के करीब पहुंच गई थी। इसकी बड़ी वजह केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों को माना गया। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ध्यान गुफा में साधना ने केदारनाथ धाम का जमकर प्रमोशन किया था।
…देवस्थान प्रबंधन कानून का विरोध थामना जरूरी
इस बार की चार धाम यात्रा के दौरान तीर्थ पुरोहितों और हक हकूक धारियों रुख पर सब की नजर होगी। प्रदेश सरकार ने देवस्थान प्रबंधन कानून लागू कर दिया है। इसके तहत चारों धाम और 50 से ज्यादा मंदिर एक छतरी के नीचे आ गए हैं।तीर्थ पुरोहित और हक-हकूक धारी इसका विरोध कर रहे हैं। हालांकि समझौते के लिए दोनों पक्षों के बीच समानांतर रूप से प्रयास भी चल रहे हैं मगर यात्रा के बेहतर परिणामों के लिए इस मामले का समाधान यात्रा शुरू होने से पहले निकलने की अपेक्षा की जा रही है।