तीन दिवसीय भारतीय अंतरराष्ट्रीय सिल्क मेला 16 अक्टूबर से प्रगति मैदान में

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नई दिल्ली, छठा भारतीय अंतरराष्ट्रीय सिल्क मेला (आईआईएसएफ) 16 अक्टूबर से दिल्ली के प्रगति मैदान में लगने जा रहा है। भारतीय सिल्क निर्यात संवर्धन परिषद (आईएसईपीसी) द्वारा आयोजित इस तीन दिवसीय मेले में देश के विभिन्न हिस्सों में निर्मित रेशम और मिश्रित रेशम उत्पादों के 108 से भी अधिक प्रदर्शक अपने उत्पादों को प्रदर्शित करेंगे।

वस्त्र मंत्रालय ने बताया कि केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी मंगलवार को इसका उद्घाटन करेंगी। इस मौके पर केंद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री अजय टम्टा भी मौजूद रहेंगे। यह मेला निर्यातकों के लिए अपने-अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने और विदेशी खरीदारों के लिए खरीदारी के ऑर्डर देने वाला मंच होगा।

इस आईआईएसएफ-2018 से सिल्क उत्पादन और मिश्रित सिल्क वस्त्रों, कपड़ों, सहायक वस्तुओं और फ्लोर कवरिंग में लगे लघु और मध्यम उद्यमों के लिए दो करोड़ रुपए से भी अधिक का व्यापार सृजित होने की उम्मीद है।

इस मेले में विभिन्न देशों के 218 से भी अधिक खरीदार भाग लेंगे। जम्मू- कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्यों के कारीगर अपने क्षेत्रों के विशिष्ट उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे, जो इस मेले में खरीदारों के लिए एक अतिरिक्त आकर्षण होगा।

भारत दुनिया में रेशम का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। रेशम उद्योग कृषि आधारित और श्रमजन्य उद्योग है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 80 लाख कारीगरों और बुनकरों को लाभदायक रोजगार उपलब्ध कराता है।

केंद्रीय सिल्क बोर्ड भारतीय सिल्क उद्योग के भविष्य के विजन को प्रदर्शित करने वाले एक ‘थीम पवेलियन’ को स्थापित कर रहा है। यह मेला खरीदारों और विक्रेताओं तथा आमंत्रित आगंतुकों के लिए ही खुला है।