विधायक जी आपकी याददाश्त कमजोर है।यह कहना है जिलाधिकारी डॉक्टर नीरज खैरवाल का। यह बात जिलाधिकारी ने किच्छा के भाजपा विधायक राजेश शुक्ला से तब कही जब खनन व आपदा संबंधी समीक्षा बैठक में शहरी विकास मंत्री मदान कौशिक सहित कई जिलास्तरीय अफसर मौजूद थे।
जिलाधिकारी की इस टिप्पणी से नाराज विधायक शुक्ला बैठक छोड़कर बाहर आ गए।शहरी मंत्री ने विधायक शुक्ला को रोकने की कोशिश। विधायक शुक्ला ने कहा कि किसी सवाल का संतोषजनक जबाब देने की बजाय जिलाधिकारी द्वारा मंत्री के सामने उनकी खिल्ली उड़ाना बर्दाश्त के बाहर है। जिलाधिकारी का रवैया अपमानजनक है। अफसर विधायकों व जनप्रतिनिधियों को तवज्जो नहीं दे रहे हैं।
हुआ यूं कि शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक जिलाधिकारी कार्यालय स्थित सभागार में खनिज ,आपदा प्रबंधन व जिला विकास प्राधिकरण के कार्यों की समीक्षा बैठक ले रहे थे। बैठक में मौजूद किच्छा भाजपा विधायक राजेश शुक्ला ने जिलाधिकारी से पूछ लिया कि जिले में खनन के टैक्स के रूप में जो मद एकत्र हो रहा है उससे खनन क्षेत्र की क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत और निर्माण पर कितना पैसा खर्च हो रहा है। आपदा मद में किच्छा क्षेत्र में कहां कहां पैसा खर्च हुआ है। जिलाधिकारी खैरवाल ने विधायक शुक्ला के सवाल का जबाब देते हुए कहा कि किच्छा में काम हुआ है। विधायक शुक्ला ने देवीय आपदा मद पर जानकारी मांगी तो जिलाधिकारी ने विधायक से कहा कि आपकी यादाश्त कमजोर है। इससे नाराज शुक्ला बैठक का बायकाट कर गए। हालांकि कौशिक ने विधायक शुक्ला को रोकने का इशारा किया पर वह उठकर यह कहते चले गए कि यह जनता का पैसा है, जिलाधिकारी इसके मालिक नहीं है। विधायक शुक्ला ने कहा कि किच्छा विधानसभा क्षेत्र का शांतिपुरी, जवाहर नगर व दुपहिया, नजीमाबाद व सिरौलीकला आदि क्षेत्र खनन के डंपरो के आवागमन से ग्रामीण मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त है। इन सड़कों का निर्माण खनन मद से होना चाहिए।