मुंबई, अब तक कंगना फिल्म वालों को देशभक्ति का पाठ पढ़ा रही थीं। अब पहली बार किसी ने उनको निशाने पर लिया है। फिल्म निर्माता-निर्देशक तिग्मांशु धूलिया ने कंगना के रवैये की आलोचना करते हुए कहा है कि उनको ये तय करने का हक नहीं है कि कौन देशभक्त है। अपनी आने वाली फिल्म मिलन टाकीज के प्रमोशन को लेकर मीडिया से बातचीत करते हुए तिग्मांशु धूलिया ने कहा कि, “किसी को ये बताने की जरुरत नहीं है कि देशभक्ति क्या होती है।” कंगना के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि किसी भी मुद्दे पर अपनी राय रखना या व्यक्त करना या चुप रहना नागरिक अधिकारों में शामिल है, जिसे लेकर कोई जबरदस्ती नहीं की जा सकती।
तिग्मांशु ने कहा कि, “हम कंगना के विचारों के साथ सहमति या असहमति रख सकते हैं, लेकिन ये स्वीकार नहीं किया जा सकता कि कोई हम सबको बताए कि किस मुद्दे पर किसे कब क्या बोलना चाहिए। सबको एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए और अभिवक्ति की आजादी को सही मायने में समझना चाहिए।” उन्होंने भारत और पाकिस्तान की सीमाओं पर व्याप्त तनाव को लेकर कहा कि हम सब चाहते हैं कि तनाव कम हो और युद्ध की नौबत नहीं आए।
साथ ही उन्होंने पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय वायुसेना के पराक्रम का समर्थन किया। पिछले साल संजय दत्त के साथ साहेब बीवी और गैंगस्टर की तीसरी कड़ी का निर्माण करने वाले तिग्मांशु धूलिया की फिल्म मिलन टाकीज की मुख्य भूमिकाओं में अली फजल के साथ श्रद्धा श्रीनाथ, आशुतोष राणा, संजय मिश्रा, यशपाल शर्मा, सिकंदर खेर और ऋचा सिन्हा मुख्य भूमिकाओं में हैं। ये फिल्म 15 मार्च को रिलीज होने जा रही है।
कंगना ने पुलवामा हमले के बाद कुछ सितारों की चुप्पी की आलोचना की थी और शबाना आजमी तथा जावेद अख्तर को देशद्रोही तक कह डाला था, जब इन दोनों ने पुलवामा के बाद अपनी पाकिस्तान यात्रा को रद्द कर दिया था, लेकिन कंगना ने इसे मुद्दा बनाया कि पाकिस्तान की यात्रा क्यों की जा रही थी। कंगना ने इसी सिलसिले में करण जौहर और ऋतिक रोशन से लेकर रणबीर कपूर और आलिया भट्ट तक तमाम सितारों की आलोचना की, जो कंगना के मुताबिक, देश के अहम मुद्दों पर चुप रहना पसंद करते हैं। कंगना ने पुलवामा हमले के बाद अमन और शांति की बात करने वालों को चपत मारने की बात भी कही थी। दिलचस्प बात ये रही कि पुलवामा के बाद भी पाकिस्तानी सिनेमाघरों में कंगना की फिल्म मणिकर्णिका का प्रदर्शन जारी रहा।