घाटे से उबरने के लिए पर्यटक गृह को निजी हाथों में सौंपे जाने की तैयारी

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गोपेश्वर। गढ़वाल मंडल विकास निगम घाटे से उबरने के लिए राज्य के 21 पर्यटक आवासों को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर रहा है। इन 21 आवास गृहों में से पांच चमोली जिले के भी हैं, जो अब पीपीपी मोड में संचालित होंगे। इसके लिए विभाग की ओर से आवेदन मांगे जा रहे हैं। विभागीय अधिकारियों की मानें तो जिले में चयनित पर्यटक आवास गृहों से निगम को कमाई से अधिक खर्च करना पड़ रहा है। इस वजह से यह निर्णय लिया गया है।
चमोली जिले के नौटी, आदिबदरी, नंदप्रयाग, पाखी और मुन्दोली में निर्मित पर्यटक आवास गृहों को निजी हाथों में देने के लिये निविदा जारी कर दी गई है। योजना के अनुसार निगम के आवास गृहों को पांच साल के लिए अनुबंधित कर किराए पर दिया जा रहा है। ऐसे में जहां निगम के अधिकारियों की ओर से निगम के घाटे की पूर्ति करने की बात कही जा रही है। वहीं स्थानीय लोग निगम के इस कदम को विभाग की कार्यशैली व क्षमता पर प्रश्न चिह्न बता रहे हैं। विभाग की ओर से इन पर्यटक आवास गृहों को निजी हाथों में देने के पीछे जो मंशा बताई जा रही है उसके अनुसार इन आवास गृहों की बुकिंग 3 से 20 फीसदी है। ऐसे में विभाग को इन आवास गृहों से आमदनी से अधिक खर्च उठाना पड़ रहा है।
महाप्रबंधक जीएमवीएन बीएल राणा ने कहा कि गढ़वाल परिक्षेत्र में आय से अधिक खर्च वाले 21 पर्यटक आवास गृहों को शासन की ओर से पीपीपी मोड पर देने का फैसला लिया गया है। चमोली जनपद के भी 5 आवास गृह चयनित किए गए हैं। इस योजना से जहां निगम को हो रहे नुकसान को लाभ में परिवर्तित किया जा सकेगा। वहीं निगम के अन्य आवास गृहों में संसाधनों की पूर्ति कर बेहतर संचालन संभव होगा।