यात्रियों को केदारनाथ में मिलेंगे पारम्परिक परिधान

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गर्भगृह
Kedarnath

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा को आजीविका से जोड़ने, महिला स्वयं सहायता समूह की आर्थिकी को सशक्त करने के लिए पारम्परिक परिधान को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके साथ ही प्लास्टिक के फूलों पर पूर्णतः प्रतिबन्ध होगा। यात्रा के दौरान चौलाई के लड्डू के साथ ही स्थानीय फूल, घी व मालू के पत्तों में यात्रियों को पहाड़ी व्यंजन, पारम्परिक परिधान में यात्रियों को फोटो की सुविधा उपलब्ध की जायेगी।
बुधवार को विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की अध्यक्षता में बैठक आहूत की गयी। इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि इस वर्ष केदारनाथ में प्लास्टिक के फूलों पर पूर्णतः प्रतिबन्ध होगा। प्लास्टिक के फूलों की माला के स्थान पर नैसर्गिक फूल व माला ही केदारनाथ में श्रद्धालु अर्पित करेंगे। प्राकृतिक फूलों की मांग की पूर्ति के लिए जिलाधिकारी ने उद्यान विभाग को आजीविका व फूलोत्पादन के लिए इच्छुक गैर सरकारी संस्थाओं को बीज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उद्यान विभाग को फूलोत्पादन का कार्य कर ही संस्थाओं का डाटा एकत्रित करने को कहा, जिससे फूलोत्पादन की पूर्ण जानकारी रही।
बैठक में उपस्थित समस्त एनजीओ को यात्रा रूट में किये जाने वाले कार्यो का प्रस्ताव पन्द्रह दिन के भीतर देने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी एनएस रावत, परियोजना अर्थशास्त्री एमएस नेगी, डिप्टी सीवीओ डाॅ. अशोक कुमार सहित विभागीय अधिकारी व एनजीओ के प्रतिनिधि उपस्थित थे।