तिपहिया वाहनों की धमाचोकड़ी से यातायात व्यवस्था हुई पंगु

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ऋषिकेश। शहर में यातायात व्यवस्था बेलगाम हो गई है। समूचा शहर जाम के झाम से कराह रहा है। यातायात पुलिस के तमाम प्रयासों के बावजूद ट्रैफिक जाम से लोगों को राहत नही मिल पा रही है। इसका बड़ा कारण शहर मे दौड़ रहे हजारों तिपहिया वाहनों को बताया जा रहा है।

शहर में अलग-अलग क्षेत्र में वाहनों का बेतहाशा आवागमन होता है, इनका समय भी निर्धारित इसके बावजूद उस क्षेत्र में यातायात व्यवस्था दुरुस्त रखने की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यातायात पुलिस समयानुसार इन स्थानों पर सजगता बरते तो व्यवस्था में काफी सुधार हो सकता है। चौराहों-तिराहों के आसपास आटो वालों की धमाचौकड़ी पर अभी तक अंकुश नहीं लग पाया है।

जीरो जोन व्यवस्था को भी तिपहिया वाहन चालकों ने मजाक बनाकर रखा हुआ है। इसके चलते शहर के अधिकांश स्थानों पर आवागमन करना किसी मुसीबत से कम नहीं होता है। अपराह्न के समय शहर का अधिकांश हिस्सा जाम के झाम से त्रस्त रहता है। शहर में कई जगह प्रभावशाली लोग अपने वाहन सड़क पर खड़ा कर देते हैं, इससे जाम लगता है फिर भी वाहन हटवाने की जहमत नहीं उठाई जाती है।

गौरतलब है कि व्यस्त चौराहों पर यातायात पुलिस तैनात रहती है, जो तिपहिया चालकों द्वारा नियमों के उल्लघंन के बाद भी मूकदर्शक की भांति दूर से तमाशा देखती रहती है। उनकी कार्रवाई दिखती है तो सिर्फ किसी वीआइपी या वरिष्ठ अधिकारी के आने पर ही । इन सबके बीच तीर्थ नगरी की यातायात व्यवस्था का बुरा हाल हो रखा है। ऐसे मे शहर की यातायात व्यवस्था पंगु हाल से कब पटरी पर लोटेगी यह एक अनसुलझी पहली बना हुआ है। पुलिस क्षेत्राधिकारी वीरेंद्र सिंह रावत का कहना था कि लगा के यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए अतिरिक्त पुलिस की व्यवस्था कर दी गई है जो कि इस व्यवस्था में सुधार करेंगे।