अगर आप ट्रैफिक नियम तोड़ते हैं तो सभल जाइए, उत्तराखंड पुलिस अब देगी ट्रैफिक नियम तोड़ने पर सामाजिक बहिष्कार का टाइटल। उत्तराखंड की स्थाई राजधानी के रूप में देहरादून लगातार आबादी के बोझ और लगातार बढ़ते ट्रैफिक की समस्या से जूझता रहता है। ऐसे में उत्तराखंड पुलिस को ट्रैफिक के नियम पालन कराने के लिए समय समय पर आम लोगों से दो चार होना पड़ता है। कहीं नेतागिरी की धोस कभी ट्रांसफर की धमकी लेकिन जनता है कि सुधरने का नाम नहीं लेती। बात करें नई जनरेशन की तो ट्रैफिक के नियम को तोड़ना उनकी हॉबी सी बन गई है।
ऐसे लोगों को काबू करने के लिए अब उत्तराखंड यातायात पुलिस सामाजिक बहिष्कार का सहारा लेने के मूड में है जिसके लिए ट्रैफिक नियम तोड़ने पर पुलिस अब ऐसी सजा देगी कि हर कोई शर्म से पानी पानी हो जाएगा। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के लिए यातायात निदेशालय एक अनोखी सजा देने की शुरुआत करने जा रहा है। ऐसे लोगों के वाहनों पर “बेशर्म नियम तोड़ता नालायक” के स्टीकर लगाए जाएंगे।
इस सजा को शुरू करने से पहले पुलिस इसके लिए रोगों की राय जानने में लगी है। यातायात निदेशालय के फेसबुक पेज पर इसे डाला गया है। इसमें लोगों से राय मांगी गई है। अगर ज्यादा लोग इसे सही बताते हैं तो इसे लागू कर दिया जाएगा। जो भी दुपहिया या चौपहिया वाहन चालक कहीं भी यातायात नियम तोड़ेगा उसकी गाड़ी में ये स्टीकर लगाया जाएगा। साथ ही उसका चालान किया जाएगा।
मजे कि बात ये है कि ये स्टीकर उसे कुछ दिन तक लगाए रखना होगा। अगर उसने ये स्टीकर अपनी मर्जी से निकाला तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। पुलिस लगातार नंबर के आधार पर ऐसी गाड़ियों पर नजर रखेगी। यातायात निदेशक केवल खुराना का कहना है कि अभी ये शुरुआती योजना है। जनता से इसे लेकर राय और सुझाव मांगे जा रहे हैं। अगर राय पक्ष में आती है और इसमें और बेहतर करने के सुझाव आते हैँ तो सुझावों के साथ इसे लागू किया जाएगा।
अगर आप भी इस फजीहत और सामाजिक बहिष्कार वाले टाइटल से बचना चाहते हैं तो अभी से ट्रैफिक के नियमों का पालन करना शुरू कर दें नहीं तो आपकी बेशर्मी आपको देहरादून सहित उत्तराखंड में मशहूर कर देगी।