(हरिद्वार) प्रदेश में पेड़ो को बचाने के लिए महत्वपूर्ण चिपको आंदोलन भी हुए। पेड़ को बचाने के लिए भले ही राज्य की महिलाओं ने बड़ा आंदोलन चलाया हो लेकिन मौजूदा सरकार के कैबिनेट मंत्रियों के लिए शायद हरे-भरे पेड़ों का कोई मोल नहीं है। यही कारण है कि राज्य सरकार में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के हरिद्वार आश्रम स्थित गेट पर लगे हरे पेड़ को चंद मिनटों में ही काट दिया गया।
सतपाल महाराज के हरिद्वार स्थित प्रेम नगर आश्रम में लगा ये पेड़ बारह सालों से लोगों को अपनी छांव दे रहा था। इस पेड़ के नीचे बैठकर लोग राहत की सांस लेते थे। लेकिन न जाने क्या हुआ कि कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के आश्रम में लगे इस पेड़ को गुरुवार देर शाम कटवा दिया गया।
हैरानी की बात ये है कि यह पेड़ ना तो सड़क के बीचों-बीच था और ना ही इससे आने-जाने में किसी के लिए कोई परेशानी होती थी। हां इतना जरूर है कि सतपाल महाराज के आश्रम प्रेम नगर में गेट नंबर 2 के आगे यह पेड़ लगा हुआ था। बताया जाता है कि महाराज के आश्रम की तरफ से इसको कटवाने के लिए लंबे समय से अर्जी दी गई थी। क्योंकि मामला कैबिनेट मंत्री के आश्रम से जुड़ा था लिहाजा हरिद्वार के वन प्रभाग ने पेड़ को काटने की परमिशन भी चंद मिनटों में दे डाली।
हरिद्वार डीएफओ आकाश का कहना है कि, “विशेष परिस्थितियों में ही पेड़ों को काटने की परमिशन दी जाती है, लेकिन इस पेड़ के संबध में ऐसी क्या मजबूरियां हो गई थी कि इस हरे भरे पेड़ को चंद मिनटों में ही काट दिया गया। यूं तो राज्य और केंद्र सरकार पर्यावरण को लेकर एक से बढ़कर संदेश देती रहती है। जंगलों और पेड़ों को बचाने की बात करती है। लेकिन जब बात खुद की आती है तो सब बातें दरकिनार हो जाती हैं।”