20 विद्यालय होंगे माॅडल, ई-लर्निग की होगी व्यवस्था

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गोपेश्वर, चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की खास पहल पर जिले की 20 विद्यालयों को माॅडल स्कूल के रूप में विकसित करने के लिए चयनित किया गया है। इसके पहले चरण के तहत इन सभी स्कूलों में अध्यापकों की कमी को दूर करने के लिए ई-लर्निंग की व्यवस्था की जा रही है। वहीं, वाॅल पेंटिंग के माध्यम से बच्चों को ज्ञानबर्धक संदेश पहुंचाने के साथ-साथ इन विद्यालयों में सैनेटरी नैपकिन वैडिंग मशीन भी लगायी जा रही है।

स्कूलों में अध्यापकों की कमी को दूर करने के लिए ई-लर्निंग व्यवस्था शुरू करने के लिए बुधवार को जिलाधिकारी ने क्लेक्ट्रेट सभागार में स्वयं सेवी संस्थाओं के साथ बैठक की। उन्होंने स्वयं सेवी संस्था को ई-लर्निंग के लिए चयनित स्कूलों में प्रोजेक्टर, एलईडी टीवी तथा इंनवल्टर की व्यवस्था भी करने को कहा, ताकि विद्युत आपूर्ति बाधित होने पर भी ई-लर्निंग व्यवस्था सुचारु रहे।

जिलाधिकारी ने संस्था के माध्यम से तैयार किये गये ई-लर्निंग प्रोग्राम की खामियों को शीघ्र दूर करने तथा चयनित विद्यालयों में तत्काल ई-लर्निंग शुरू कराने के निर्देश मुख्य शिक्षा अधिकारी को दिए। उन्होंने कहा कि ई-लर्निंग से जहां अध्यापकों की कमी दूर होगी, वहीं बच्चों को पढाई की अच्छी सुविधा मिलेगी। डीएम ने कहा कि माॅडल विद्यालय के रूप में विकसित करने के लिए पहले चरण के तहत चयनित विद्यालयों में स्वयं सेवी संस्थाओं के माध्यम से सैनेटर नैपकीन वैडिंग मशीनें भी लगायी जायेंगी। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी हसांदत्त पांडे, कोषाधिकारी दीपक चन्द्र भट्ट, मुख्य शिक्षा अधिकारी एलएम चमोला सहित शिक्षण संस्थाओं के अध्यापक व एनजीओ के प्रतिनिधि मौजूद थे।

इन विद्यालयों को चुना गया है
माॅडल विद्यालय बनाने के लिए पहले चरण के तहत राइंका बडागांव, घिंघराण, गोपेश्वर, पीपलकोटी, नन्दप्रयाग, घाट, लंगासू, कर्णप्रयाग, नैणी, नागनाथ पोखरी, कुलसारी, पैतोली, थराली, लोल्टी, देवाल, गैरसैंण, भराडीसैंण तथा जीजीआईसी गोपेश्वर व गौचर एवं राउमावि विजयसैंण का चयन गया है। जिलाधिकारी की पहल पर इन विद्यालयों में सौदर्यीकरण अभियान भी चलाया जा रहा है। विद्यालय भवनों की दीवारों व गैलरियों में संदेशपरक वाॅल पेंन्टिग का कार्य प्रगति पर है। डीएम की इस अनोखी पहल से जहां स्कूल भवनों की सुदंरता मे में निखार आ रहा है, वही विद्यार्थियों को दीवारों पर बनाई जा रही पेंनिं्टग के माध्यम से कुछ न कुछ ज्ञानबर्धक संदेश मिल रहा है।