अक्सर अपने अजीबोगरीब कारनामों से चर्चा में रहने वाला परिवहन विभाग एक फिर सुर्खियों में है, त्रिवेंद्र सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को संभागीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) देहरादून में किसी तरह पलीता लगाया जा रहा है, जहां विजिलेंस टीम ने दो लोगों को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
आप हमेशा सुनते होगे की आरटीओ में दलालों को राज चलता है, लेकिन आप इस पर यकीन भी कर सकते हैं, क्योंकि अब विजिलेंस टीम ने इसकी पुष्टि भी कर दी है। गुरुवार को विजिलेंस टीम ने कमर्शियल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट जारी करने के नाम पर प्रमुख सहायक की कुर्सी पर छह हजार की रिश्वत वसूलते हुए दो दलालों पकड़ा है, विजिलेंस ने इस मामले में सहायक आरटीओ कर्मी यशवीर बिष्ट को भी गिरफ्तार किया है, जिसकी शह पर दोनों दलाल लंबे समय से व्यवसायिक वाहनों के रजिस्ट्रेशन और ट्रांसफर के नाम खूब चांदी काट रहे थे।
विजिलेंस एसपी रेनू लोहानी ने बताया कि उन्हें एक शिकायत मिली थी, जिसके बाद टीम ने आरटीओ कार्यालय में छापा मारा, इस दौरान देखा गया कि आरटीओ सहायक कर्मचारी यशवीर सिंह बिष्ट के काउंटर नबंर 4 पर उनकी जगह दो दलाल बैठे हुए है। जिन्होंने ट्रैक्टर को व्यवसायिक में ट्रांसफर करने के लिए छह हजार रूपए की नकद रिश्वत मांगी, तभी टीम ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया, इतना ही नहीं दोनों दलालों ने पूछताछ में बताया कि वह सहायक आरटीओ यशवीर बिष्ट को रिश्वत का हिस्सा पहुंचा रहे थे।
विजिलेंस एसपी के मुताबिक, टीम अभी इस मामले की जांच कर रही है, आरोपियों से पूछताछ की जाएगी। जो भी इस काम में उनका साथ देते है उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी, वहीं, विजिलेंस की इस कार्रवाई के बाद देहरादून आरटीओ में हड़कंप मचा हुआ है, विजिलेंस की टीम ने अभी तीनों आरोपियों से पूछताछ करने में लगी हुई है, उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले में अन्य लोगों भी कार्रवाई हो सकती है।