देहरादून। दून महिला अस्पताल में भर्ती दो नवजात शिशुओं को विशेष निगरानी में रखा गया है। इनमें एक लड़की व एक लड़का है। एक दिन पहले किसी ने दोनों नवजात शिशुओं को आईटी पार्क के पीछे झाडिय़ों में फेंक दिया था।
इसकी सूचना मिलने पर आपातकालीन सेवा 108 एंबुलेंस मौके पर पहुंची और दोनों नवजात शिशुओं को दून महिला अस्पताल में भर्ती कराया। सोमवार को महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य ने अस्पताल पहुंचकर निक्कू वार्ड में भर्ती नवजात शिशुओं का हाल जाना। नवजात शिशुओं को बाल कल्याण समिति के हैंडओवर करने के निर्देश भी उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को दिए हैं। राज्यमंत्री रेखा आर्य ने कहा कि समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर से उन्हें यह जानकारी मिली है। इससे मन झकझोर हुआ और समाज में इस तरह का घृणित कृत्य करने वालों पर आक्रोश आया। कहा कि यह मामला जांच का विषय है कि आखिर किसने अपनी ममता का गला घोंटकर नवजात शिशुओं को झाड़ियों में फेंका है। उन्होंने बताया कि दोनों नवजात शिशुओं को निक्कू वार्ड में विशेष निगरानी में रखा गया है। ताकि किसी भी तरह का संक्रमण नवजात को न हो सके। दोनों नवजात शिशु शारीरिक रूप से कुछ कमजोर जरूर हैं लेकिन स्थिर हैं। अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि नवजात शिशुओं को बाल कल्याण समिति के हैंडओवर किया जाए। इसके बाद कारा अधिनियम के तहत कोई भी व्यक्ति इन नवजात शिशुओं को गोद ले सकता है।