पटवारी पेपर लीक प्रकरण में एसआईटी ने एसएसपी हरिद्वार के निर्देशन में दो और आरोपितों को किया हे। इस तरह से अब तक इस मामले में कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। ये दोनों गिरफ्तारियां मुख्य आरोपितों चाचा भतीजे संजीव दूबे और राजपाल से पूछताछ के बाद की गई हैं।
एसएसपी,हरिद्वार अजय सिंह ने बताया कि थाना कनखल पर दर्ज मुकदमे की तफ्तीश की लगातार जांच में जुटी एसआईटी टीम ने पहले गिरफ्तार किए जा चुके 08 अभियुक्तों में से मुख्य आरोपित चाचा-भतीजे संजीव दूबे और राजपाल को पुलिस कस्टडी रिमाण्ड में लेकर कई अहम जानकारियां हासिल की हैं। इसमें एसआईटी ने प्रकरण से सम्बन्धित कई संदिग्ध दस्तावेज और अन्य सामग्री के अलावा दो और लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
एसएसपी सिंह ने बताया कि अभियुक्त राजपाल, संजीव दुबे और अन्य के साथ मिलकर अभ्यर्थियों को पेपर पढ़वाने समेत अन्य कई प्रकार के सहयोग करने के एवज में लाभ लेने के संबंध में संलिप्तता प्रकाश में आने पर अभियुक्त दीपक और सौरभ को गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों ने प्रिन्टर क्रय कर पेपर की फोटोस्टेट निकालकर बिहारीगढ़ स्थित रिजार्ट में अभ्यर्थियों की निगरानी की और सॉल्व किए गये पेपरों को नष्ट किए जाने की पुष्टि की गई। दोनाें अभियुक्तों के कब्जे से अभ्यर्थियों से लिए गए धन का लेखा जोखा सम्बन्धित दस्तावेज बरामद करते हुए पुलिस टीम ने प्रिंटर और अन्य दस्तावेज बरामद किये।
एसएसपी ने बताया कि अभियुक्तों की निशानदेही पर पेपर लीक प्रकरण के द्वारिका दिल्ली स्थित तीसरे घटनास्थल को भी चिन्हित किया गया है। उक्त स्थल पर अभियुक्तों ने अपने रिश्तेदाराें को ले जाकर पेपर पढ़वाया था। टीम ने पेपर लीक के लिए प्रयुक्त अभियुक्त राजपाल के रिश्तेदार की बोलेरो और पेपर के फोटो लेने वाले मोबाइल सम्बन्धित साक्ष्य भी बरामद किए गए हैं।
पकड़े गए आरोपितों के नाम दीपक कुमार निवासी ग्राम प्रहलादपुर, खानपुर-हरिद्वार और सौरभ प्रजापति निवासी पीठ बाजार सीएमआई हॉस्पिटल के सामने, ज्वालापुर हरिद्वार बताए गए हैं। पुलिस ने आरोपितों के पास से कई दस्तावेज बरामद किए हैं। पुलिस ने दोनों का चालान कर दिया है। जबकि संजीव दूबे, रितू, मनीश कुमार, प्रमोद कुमार, राजपाल, संजीव कुमार, रामकुमार, सोनू उर्फ खड़कू पूर्व में ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं।