मसूरी, आयोजित विन्टरलाईन कार्निवाल में कल शाम एक अद्भुत कला प्रस्तुति करी गयी, जिसमे वाराणसी (शिव नगरी) से ख्यातिप्राप्त दो कलाकार मंच पर उपस्थित रहे।
ख्यातिप्राप्त सुर साम्राज्ञी श्वेता जायसवाल जी ने अपनी सुरमयी संगीत-प्रस्तुति दी, श्वेता जायसवाल अत्यंत ही गुणी, प्रतिभावान ऐवम शास्त्रीय संगीत धनी कलाकार हैं, इन्होनें देश के विभिन्न कला मंचों पर विभिन्न कलाकारों के साथ अपनी प्रस्तुतियाँ दी हैं।
श्वेता जी को “सुर श्री” सम्मान से नवाजा गया है और हाल ही में अपनी पुस्तक “भरतमुनि प्रणीत नाट्यशास्त्र” प्रकाशित की है, जिसका विमोचन मशहूर संगीतज्ञ श्री के. हरिहरन के करी। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से “संगीत विशारद” की उपाधि ख्यातिप्राप्त कलाकार ऐवम गुरु डॉ. रामशंकर, प्रो. सरयू आर. सोनी व प्रो. शारदा वेलंकर की देखरेख तथा सानिध्य में हासिल की।
साथ संगत प्रसिद्ध तबलावादक रजनीश तिवारी जी, जो बनारस घराने से ताल्लुक रखते हैं व हारमोनियम पर संगत मशहूर कलाकार पुष्कर कुमार जी ने दी। तानपुरा पर साथ दिया रितिका त्रिपाठी ने। गीतमय संध्या प्रस्तुति के साथ-साथ मंच पर एक कला-प्रदर्शन का समन्वय भी किया गया।
हरीदर्शन जी ने live painting के ज़रिये रंगों द्वारा सुरों को कैंवस पर उतारा। हरीदर्शन जी काशी से आनेवाले एक युवा और अत्यंत ही प्रतिभावान कलाकार हैं। जोकि बहुत बार विदेश में भी कला प्रदर्शिनी में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और आगामी वर्ष में पुनः एक बार प्रतिनिधित्व करने जा रहे हैं।
दो विधाओं का अनुपम संगम ने एक मंत्रमुग्ध वातावरण की संरचना करी जिसे शहर के सभी कलाप्रेमियों ने भरपूर सराहा।