बहुप्रतीक्षित उदयपुर-हरिद्वार रेलगाड़ी का इंतजार खत्म हो गया है। यह रेलगाड़ी 24 जुलाई से उदयपुर से रवाना होगी। इसके लिए बुधवार रात 12.30 बजे 20 डिब्बों का रैक उदयपुर पहुंच गया, इसे उदयपुर-हरिद्वार मार्ग पर चलाया जाएगा।
रेलवे सूत्रों के अनुसार गुरुवार शाम तक इसका शेड्यूल आ जाएगा और रिजर्वेशन भी शुरू होने की उम्मीद है। बीस डिब्बों की इस रेलागड़ी में 3 जनरल कोच, 12 स्लीपर कोच, 1 सेकण्ड एसी कोच, 2 थर्ड एसी के कोच व आगे-पीछे एसएलआर होगा। शुक्रवार सुबह से रैक के मेंटेनेंस का काम शुरू हो जाएगा जिसमें धुलाई सहित अन्य परीक्षण शामिल हैं।
यह गाड़ी वाया चित्तौड़गढ़, अजमेर होकर चलने की उम्मीद जताई जा रही है। इस क्षेत्र से लम्बे समय से हरिद्वार के लिए सीधी ट्रेन की मांग की जा रही थी। यात्रियों को अजमेर जाकर हरिद्वार की ट्रेन पकड़नी पड़ती थी। इससे पहले अजमेर से हरिद्वार तक चलने वाली ट्रेन को ही उदयपुर तक बढ़ाने का प्रस्ताव चल रहा था लेकिन कुछ समस्या आने से जनवरी में यह प्रस्ताव निरस्त कर दिया गया। इसके बाद लगातार विभिन्न मंचों पर इसकी मांग की गई थी। संभाग के सभी सांसदों ने मेवाड़ से हरिद्वार के लिए ट्रेन चलाने का प्रस्ताव दिया था जिस पर रेल मंत्री ने नई ट्रेन चलाने की अनुमति दी थी।
केन्द्रीय रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने 20 जून को जयपुर से रिमोट द्वारा क्षेत्रीय प्रशिक्षण संस्थान उदयपुर में सौर ऊर्जा संयंत्र का शिलान्यास किया था। उस कार्यक्रम में रेलमंत्री ने कहा था कि राजस्थान के निवासी सम्पूर्ण देश में व्यापार के लिए जाते हैं, इसलिए यहां से अधिकाधिक रेलगाड़ियां चलाये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने हरिद्वार-उदयपुर तक ट्रेन चलाने, उदयपुर में कन्टेनर डिपो एवं उदयपुर से दक्षिण भारत के लिए गाड़ी चलाने का आश्वासन दिया था।