देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल ने गैरसैण को स्थाई राजधानी बनाए जाने के लिए अभियान दस्तक दो के तहत यमुना कॉलोनी स्थित मंत्री आवास में प्रदेश सरकार के मंत्रियों के घर दस्तक दी। मंगलवार को दल के पदाधिकारी यमुना कॉलोनी स्थित मंत्री आवास के मुख्य द्वार पर एकत्रित हुए। यहां से सभी प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के आवास पहुंचे। हरक सिंह रावत से स्थाई राजधानी के मुद्दे पर समर्थन मांगा।
यूकेडी के महानगर अध्यक्ष संजय क्षेत्री ने बताया कि हरक सिंह रावत ने गैरसैंण मुद्दे को समर्थन तो दिया, लेकिन साथ में यह भी जोड़ा कि पिछले 17 वर्षों में सत्तारूढ़ सरकारें जिस तरह बेहिसाब रुपये राजधानी देहरादून में खर्च कर चुकी हैं, उसे देखते हुए राजधानी गैरसैंण ले जाना दूर की कौड़ी साबित होगी। इसके बाद यूकेडी कार्यकर्ता विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल एवं मंत्री रेखा आर्य तथा शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के आवास पर पहुंचे, लेकिन किसी से भेट नहीं हुई। तुरन्त वहां से भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के आवास पहुंच गये। यहां काफी देर तक आवास के भीतर से कोई जवाब न आने पर आक्रोशित हो गए।
महानगर अध्यक्ष संजय क्षेत्री ने कहा कि पूर्व सूचना के बाद भी राजधानी गैरसैण समर्थकों को मिलने के लिए बेवजह इंतजार कराना यह साबित करता है कि सरकार गैरसैण समर्थकों का मनोबल तोड़ना चाहती है। साथ ही उन्होंने समर्थकों के साथ प्रदेश सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए अजय भट्ट के आवास के मुख्य द्वार पर धरना शुरु कर दिया। लगभग दस मिनट धरने पर बैठने के बाद अजय भट्ट ने उक्रांद कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों को वार्ता के लिए बुलाया। राजधानी के गैरसैण के मुद्दे पर अजय भट्ट ने यूकेडी नेताओं ने उनका पक्ष सुना। यूकेडी का आरोप है कि उन्होंने बड़ी सफाई से सारी जवाबदारी कांग्रेस के पाले में डालते हुए गोलमाल जवाब दिया।
उक्रांद नेताओं ने कहा कि कांग्रेस तथा भाजपा को उत्तराखंड की जनभावनाओं तथा राजधानी के मुद्दे से कोई सरोकार नहीं है। दोनों ही पार्टियां केवल अपनी अपनी राजनीतिक रोटी सेकने के लिए उत्तराखंड की जनता की भावनाओं से जुड़े गैरसैण के मुद्दे का दोहन करती रही है। सत्ता हासिल करने के बाद गैरसैंण का मुद्दा दोनों ही राजनीतिक दलों के गले की फांस बन जाता है। दोनों ही पार्टियों के विधायक एवं मंत्री जनता के इस सवाल पर नजर बचाते फिरते हैं।
मंत्रियों का घेराव करने वालों में महानगर अध्यक्ष संजय क्षेत्री के साथ यूकेडी संरक्षक बीडी रतूड़ी वरिष्ठ नेता लताफत हुसैन, केंद्रीय प्रवक्ता सुनील ध्यानी, केंद्रीय उपाध्यक्ष एन के गुसाईं, समीर मुखर्जी, सुरेंद्र बुटोला सुरेंद्र रावत,सुमित बडोनी,गौरव उनियाल, ललित घिल्डियाल, सचिन उपाध्याय, ललित कुमार, ताहिरा बेगम, दीपक सिंह नेगी नंदू ,कैलाश राणा, सुशील ममगई, मनोज मंमगाई आदि शामिल थे।