उत्तराखंड : विधानसभा में पेश किया गया समान नागरिक संहिता विधेयक

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उत्तराखंड विधानसभा के पटल पर आज (मंगलवार) आज समान नागरिक संहिता विधेयक को रखा गया। इसके बाद सदन को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।इसके बाद समान नागरिक संहिता (यूसीसी) बिल पर चर्चा शुरू हुई। सायं करीब साढ़े छह बजे तक चर्चा के उपरांत विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कल 11 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया।

गौरतलब है कि मंगलवार को सत्र शुरू होते ही सत्ता पक्ष के सदस्यों ने भारत माता की जय के नारे लगाए। इसके जवाब में विपक्षी सदस्यों ने बाबा साहब अमर के नारे लगाए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज अपने आवास से संविधान की मूल प्रति और समान नागरिक संहिता के ड्राफ्ट की प्रति के साथ विधानसभा पहुंचे।

इसके पश्चात राज्य चिह्नित आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों को राजकीय सेवा में आरक्षण विधेयक- 2023 के 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण देने संबंधी प्रवर समिति की रिपोर्ट को भी सदन के पटल पर रखा गया। इस दौरान भारत माता और वंदे मातरम् के नारे भी लगाए गए।

सत्र के दौरान विपक्ष ने व्यवस्था का प्रश्न उठाया। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि नजीर का जिक्र किया जा रहा है। संख्या बल के आधार पर सरकार मनमानी हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश जल रहा है। उस पर चर्चा को सरकार तैयार नहीं है। जनहित से जुड़े विषयों को प्रश्नकाल में लाया जा सकता है। नियमों और परंपराओं को ताक पे रखकर सत्र का संचालन किया जा रहा है। समान नागरिक संहिता विधेयक पर चर्चा का समय मिलना चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सत्र का संचालन नियमों के तहत किया जा रहा है।