नई दिल्ली। संभवत: यह पहला मौका है, जब किसी केंद्रीय मंत्री ने रामलीला में कोई भूमिका की है। यह केंद्रीय मंत्री और कोई नहीं चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले डॉ हर्षवर्धन हैं, जो शुक्रवार को लालकिला मैदान में होने वाली लव-कुश रामलीला में सीता के पिता जनक की भूमिका में मंच पर उतरे। लालकिला चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र का ही हिस्सा है।
डॉ. हर्षवर्धन ने मंच पर जाने से पहले ‘हिन्दुस्थान समाचार’ से कहा कि जब से वे चांदनी चौक के सांसद बने हैं, तब से इलाके के लोग इसके लिए दबाव डाल रहे थे। उन्होंने कहा कि यह एक दिन की छोटी सी भूमिका है।
डॉ. हर्षवर्धन कहते हैं कि रामलीला हमारी साझी संस्कृति की विरासत है। इसको छद्म धर्मनिरपेक्षता के नजरिये से देखना गलत है। वो बताते हैं कि काफी पहले उन्होंने पूर्वी दिल्ली की गीता कालोनी की रामलीला में भी हिस्सा लिया था लेकिन चांदनी चौक में अल्पसंख्यक वोटरों की काफी बड़ी तादाद है। रामलीला में भूमिका करने से मुस्लिम वोटर नाराज तो नहीं होंगे? इस सवाल के जवाब में डॉ. हर्षवर्धन कहते हैं कि आप खुद देख रहे हैं कि लालकिले की इस रामलीला में बुर्के में मुस्लिम औरतें आपने बच्चों के साथ आई हैं। और तो और इस रामलीला कमेटी में कई मुसलमान भी हैं।
क्या डॉ. हर्षवर्धन ने खुद से रामलीला में हिस्सा लेने की इच्छा जताई थी? इस सवाल के जवाब में लव-कुश रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल कहते हैं कि पिछले तीन साल से लव-कुश रामलीला में सिनेमा-टीवी के कलाकारों और राजनेताओं को शामिल किया जा रहा है। केंद्रीय राज्यमंत्री विजय सांपला पहले से भूमिका निभाते आ रहे हैं। हम लोगों के काफी दबाव डालने पर केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने इस बार हामी भरी। डॉ. हर्षवर्धन हमारे सांसद भी हैं। इससे आयोजकों में काफी उत्साह है।
अग्रवाल के मुताबिक भाजपा के विधायक विजेंद्र गुप्ता भगवान शिव के पिता अत्रि ऋषि की भूमिका करेंगे। भाजपा के सांसद और भोजपुरी सिनेमा के स्टार मनोज तिवारी पहले से ही हमसे जुड़े हुए हैं। अन्य प्रमुख कलाकारों में भाग्यश्री, पुनीत इस्सर, रजा मुराद, अवतार गिल, बिंदू दारा सिंह, पायल गोगा कपूर और रितु शिवपुरी प्रमुख हैं। पचास से ज्यादा छोटे बड़े सितारों से सजी इस रामलीला का कई टीवी चैनलों पर सीधा प्रसारण भी होता है।