आज का दिन कई मायनो में ख़ास है क्योंकि उत्तराखंड के पौड़ी जिले से दोदो लाल मुख्यमंत्री की कमान समलने जा रहे है पौड़ी गढ़वाल के एक छोटे से गांव में 5 जून, 1972 को जन्मे योगी आदित्यनाथ अब देश के सबसे बड़े राज्य के उत्तरप्रदेश के मुखिया बनने जा रहे हैं।जिस पर बीजेपी आलाकमान और विधायक दल ने मोहर लगा दी है ,राजभवन पहुच कर योगी आदित्य नाथ ने अपना दावा भी पेश कर दिया है और कल दिन में उनको शपथ दिलाई जाएगी
योगी आदित्यनाथ के सीएम पद की शपथ लेते ही उत्तराखंड के पौड़ी से मुख्यमंत्री बनने वालों की फेहरिस्त बढ़कर पांच हो जाएगी। अबतक रमेश पोखरियाल निशंक, बीसी खंडूड़ी, विजय बहुगुणा और त्रिवेंद्र सिंह रावत पौड़ी गढ़वाल से संबंध रखते हैं।पिछले कुछ समय से देखें तो देश में मुख्यधारा की राजनीति हो या कोई बड़ा संवैधानिक पद, वहां पहाड़ियों का वर्चस्व कायम हो रहा है। साल 2016 दिसंबर में बिपिन रावत को भारतीय थलसेना का प्रमुख बनाया गया है। रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) का चीफ अनिल धस्माना हों या राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ये सभी लोग उत्तराखंड से संबंध रखते हैं।
योगी अदित्यनाथ का जीवन परिचय
- असली नाम: अजय सिंह बिष्ट।
- पिता का नाम: नंदन सिंह बिष्ट।
- भाई का नाम: महेंद्र बिष्ट (पत्रकार)।
- गाव: पंचूर।
- जिला: पौड़ी गढ़वाल (उत्तराखंड)।
- जन्म तिथि: 05 जून, 1972 ।
- शिक्षा : हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय से गणित में बेचलर्स डिग्री।
- छात्र राजनीतिक जीवन: विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रखर कार्यकर्ता रहे।
योगी आदित्यनाथ के जीवन के महत्वपूर्ण जानकारी-
- 22 साल की उम्र में परिवार त्यागकर योगी स्वरूप में आ गए।
- 1993 से अपना केंद्र गोरखपुर बना लिया।
- गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर के महंत बने।
- आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर के पूर्व महंत अवैद्यनाथ के उत्तराधिकारी हैं।
- 14 सितंबर, 1998 को उनके जीवन में नया अध्याय जुड़ गया।
- अवैद्यनाथ ने 14 सितंबर को राजनीति से संन्यास लिया और योगी आदित्यनाथ को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया।
- यहीं से योगी आदित्यनाथ की राजनीतिक पारी शुरू हुई है।
- 1998 में गोरखपुर से 12वीं लोकसभा का चुनाव जीतकर योगी आदित्यनाथ संसद पहुंचे तो वह सबसे कम उम्र के सांसद थे।
- 26 साल की उम्र में पहली बार सांसद बने।
- 2014 में पांचवी बार योगी सांसद बने।
- आदित्यनाथ ने हिंदू युवा वाहिनी का गठन किया और धर्म परिवर्तन के खिलाफ मुहिम छेड़ दी।
- 2007 में गोरखपुर में दंगे हुए तो योगी आदित्यनाथ को मुख्य आरोपी बनाया गया, गिरफ्तारी हुई।
- योगी के खिलाफ कई अपराधिक मुकदमे भी दर्ज हुए।
ऋषिकेश से नीलकंठ मार्ग पर लगभग 50 – 55 किमी दूर के यमकेश्वर के एक छोटे से गांव से आज उत्तर प्रदेश के कमान संभालने जा रहे योगी के गांव पंचूर में भी जश्न का माहौल है। पिता अजय सिंह बिष्ट इस अवसर पर अपने बेटे की इस सफलता पर काफी खुश है भाई महेन्द्र सिंह का कहना है कि ये पुरे यमकेश्वर छेत्र के लिए गर्व की बात है कि यहाँ की पहाड़ की पगडंडियो से निकल योगी आदित्य नाथ आज उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री होने जा रहे है जिस से हमारे छेत्र में एक नयी इबारत लिखी जाएगी