उत्तराखण्ड अर्बन ट्रांसफाॅरमेशन समिट में 12 स्मार्ट सिटी सीईओ ने किया मंथन 

0
399
मुख्यमंत्री ने शनिवार को मसूरी में आयोजित उत्तराखण्ड अर्बन ट्रांसफाॅरमेशन समिट 2019 का शुभारम्भ किया। उन्होंने समिट में प्रतिभाग कर रहे केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव तथा स्मार्ट सिटी के मिशन डायरेक्टर के साथ ही देश के 12 प्रमुख स्मार्ट सिटी के सीईओ एवं स्मार्ट सिटी मिशन से जुड़ी कार्यदायी संस्थाओं के प्रमुखों का उत्तराखण्ड में स्वागत करते हुए कहा कि इस समिट में होने वाला मंथन स्मार्ट सिटी मिशन को गति प्रदान करेगा। इससे आपसी अनुभवों एवं ज्ञान का भी आदान प्रदान होगा
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि समिट में होने वाले आपसी विचार विमर्श एवं अनुभव स्मार्ट सिटी के कार्यों को नई दिशा प्रदान करने में मददगार रहेगा। देहरादून स्मार्ट सिटी का देश-भर में 99 से 32वें पायदान पर आने पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की। देहरादून का स्मार्ट सिटी बनने में उन्होंने समेकित प्रयासों की भी जरूरत बतायी। उन्होंने कहा कि हमें अपनी सोच भी स्मार्ट बनानी होगी। सोच अच्छी होगी तो उनके परिणाम भी अच्छे होंगे। कहा कि आधुनिक तकनीकी का बेहतर इस्तेमाल कर ही बेहतर परिणाम प्राप्त किये जा सकते हैं। कोशी एवं रिस्पना में एक घंटे में लाखों पौधों का रोपण जन सहभागिता का अनूठा उदाहरण है। सौंग बांध से देहरादून को ग्रेविटी आधारित पेयजल उपलब्ध कराये जाने की योजना भी शीघ्र धरातल पर उतरेगी। इसमें देहरादून को ग्रेविटी आधारित पेयजल उपलब्ध होने के साथ ही करोड़ों के बिजली व्यय की बचत होगी, भूजल स्तर में सुधार होगा तथा रिस्पना नदी को ऋषिपर्णा बनाने की भी राह प्रशस्त होगी।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड को पॉलीथिन मुक्त प्रदेश बनाने की दिशा में हमारे प्रयास साकार होते दिखाई दे रहे हैं। देश में इसकी शुरूआत हो रही है तब हम इस दिशा में काफी आगे बढ़ चुके हैं। उन्होंने देहरादून शहर को पाॅलीथिन मुक्त बनने के लिए नगर निगम को 50 लाख रुपये देने की भी घोषणा की।
नगर विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि देहरादून को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए हमारे प्रयास धरातल पर दिखायी देने लगे हैं। उन्होंने कहा कि शहर के ड्रेनेज व सीवर सिस्टम को ठीक करने के साथ ही अतिक्रमण हटाना भी एक चुनौती रही है। स्मार्ट सिटी की दिशा में आने वाली बाधाओं को दूर किया जा रहा है। देश व दुनिया के लोग देहरादून को नये शहर के रूप में देखे इसके लिये हमारे प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि स्मार्ट सिटी देहरादून अन्य शहरों के लिये भी प्रेरणा का कार्य करें।
केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव एवं स्मार्ट सिटी मिशन के मिशन डायरेक्टर कुणाल कुमार ने कहा कि देश में देहरादून स्मार्टसिटी द्वारा बेहतर प्रदर्शन किया गया है। 8 माह पूर्व जो 99वें स्थान पर था आज 32वें स्थान पर है। स्मार्ट सिटी कार्यों का शत प्रतिशत टेण्डर किया जाना भी उत्साहजनक है। उन्होंने कहा कि 100 स्मार्ट सिटी शहरों के एक लाख करोड़ के टेण्डर किये जा चुके हैं, उन्होंने कहा कि स्मार्ट शहर की योजना भावी पीढ़ी को अच्छी शहरी सुविधायें उपलब्ध कराने की एक यात्रा है। इससे दो करोड़ से ज्यादा लोगों को फायदा होगा। कम से कम संसाधनों मे लोगों को बेहतर सुविधायें उपलब्ध कराना इसका उद्देश्य है।
स्मार्ट सिटी योजना के कार्यों की जानकारी देते हुए मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि इसके तहत एकीकृत कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेन्टर के क्रियान्वयन के लिए मैएचपी लिमिटेड का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि देहरादून स्मार्ट सिटी के तहत 100 प्रतिशत टेण्डर प्रक्रिया पूर्ण कर 75 प्रतिशत कार्यों के वर्क आर्डर जारी कर दिये गये हैं। देहरादून को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिये स्कूलों के साथ ही विभिन्न संस्थाओ का भी सहयोग लिया जा रहा है।