बॉलीवुड को लुभा रही उत्तराखंड की वादियां

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उत्तराखण्ड फिल्म शूटिंग के बेस्ट डेस्टीनेशन के रूप में उभर कर आ रहा है। तमाम फिल्म प्रोडक्शन हाउस, फिल्मों की शूटिंग के लिए उत्तराखण्ड को वरीयता देने लगे हैं। मुम्बई में ‘इन्वेस्टर्र समिट’ के तहत मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जब फिल्मी हस्तियों से मुलाकात की तो सभी का यही कहना था कि उत्तराखण्ड में फिल्म शूटिंग की सम्भावनाएं शुरू से ही मौजूद थी लेकिन मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने फिल्मों को लेकर जिस प्रकार की पहल की हैं, उससे बाॅलीवुड सहित फिल्म जगत में उत्तराखण्ड के प्रति उत्सुकता बढ़ी है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कार्यक्रम में मौजूद सभी फिल्मकारों से मुलाकात कर उनसे राज्य की फिल्म नीति में क्या-क्या सुधार किए जा सकते हैं, इसके लिए सुझाव मांगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में फिल्म जगत के लिए अनुकूल वातावरण तैयार कर रही है। उत्तराखंड को कुदरत ने अनमोल नेमतों से नवाजा है। यहाँ झरना, झील, जंगल, नदी, पहाड़, बर्फीली चोटियां, एडवेंचर स्पोर्ट्स, और वन्य जीव संपदा से भरपूर स्पॉट हैं। यानी एक फिल्मकार प्रकृति के जिस रूप को कैमरे में कैद करना चाहता है वो सब यहाँ मौजूद है। उत्तराखण्ड को ओपन फिल्म स्टूडियो कहा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि फिल्मों की शूटिंग के लिए उत्तराखण्ड का सबसे महत्वपूर्ण पक्ष यहां की अच्छी कानून व्यवस्था व शांतिप्रिय लोग हैं। उत्तराखंड फिल्म पॉलिसी फिल्म निर्माता निर्देशकों के सुझाव शामिल कर शीघ्र ही नई फिल्म पाॅलिसी को मंजूरी देकर सरकार ने कई बड़े फिल्म निर्माताओं के लिए द्वार खोल रही है। फिल्मों की शूटिंग के लिए निर्माताओं को अनुकूल माहौल उपलब्ध कराया जा रहा है। अधिक से अधिक फिल्मकारों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए फिल्मों की शूटिंग के लिये ली जाने वाली फीस को माफ किया गया है। फिल्मकारों को  सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम से शूटिंग की इजाजत मिल रही है। यानी कोई फिल्मकार उत्तराखंड में शूटिंग के लिए आवेदन करता है तो उसे मात्र 7 दिन के भीतर अनुमति मिल जाती है। इसका नतीजा है कि पिछले 6 महीनों में प्रदेश में 6 बड़ी बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग हुई है। दक्षिण भारतीय फिल्मों की शूटिंग भी उत्तराखंड में हो रही है। महेश बाबू की एक फिल्म की शूटिंग उत्तराखंड हो चुकी है।
फिल्म बाहुबली के निर्देशक एस एस राजामौली जी ने भी पिछले दिनों यहाँ के शूटिंग स्थलों का सर्वे किया, वे जल्द ही उत्तराखंड में अपनी क्रू के साथ दिखेंगे। जिन फिल्मों की 75 फीसदी शूटिंग उत्तराखंड में होती है, उनको 1.5 करोड़ रुपये का अनुदान देने का भी हमने प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जमीनी स्तर पर भी फिल्मों को प्रोत्साहन देने की कोशिशें की हैं। हम यह चाहते हैं कि अगर कोई फिल्मकार मुंबई से उत्तराखंड शूटिंग के लिए आता है तो उसे अपने साथ टेक्नीशियन, स्पॉट बॉय, और अन्य सहयोगियों की भारी भरकम टीम को न लाना पड़े। हम स्थानीय स्तर पर ही ऐसे कुशल टेक्नीशियन उपलब्ध कराने की योजना बना रहे हैं इसके लिए हमने देहरादून में एफटीआईआई(थ्ज्प्प्) के सहयोग से फिल्म एप्रिशिएसन कोर्स की शुरुआत की।उत्तराखंड की फिल्म नीति से प्रभावित होकर इस वर्ष उत्तराखंड को नेशनल फिल्म अवार्ड्स में द मोस्ट फिल्म फ्रेडली स्टेट का स्पेशल मेंशन अवार्ड प्रदान किया गया। हम फिल्म शूटिंग को केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं रखना चाहते। हम चाहते हैं कि इसके जरिये हमारे पर्यटन क्षेत्र को मजबूती मिले। फिल्म शूटिंग से स्थानीय स्तर पर राज्य में रोजगार के अवसर पैदा हों। फिल्म इंडस्ट्री में उत्तराखंड का योगदान हो और ज्यादा से ज्यादा टेक्नीशियन व कलाकार यहाँ से मिल सकें, ताकि स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को जन्म मिले।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने बॉलीवुड के सभी फिल्म निर्माता एवं निर्देशकों का आहवान किया कि  एक बार उत्तराखंड की यात्रा पर जरूर आएं। मैं यकीन दिलाता हूँ आप भले ही एक विजिटर की तरह आएंगे लेकिन यहाँ का वातावरण आपको इतना पसंद आएगा कि आप एक इन्वेस्टर की तरह यहाँ अपना योगदान देने की सोचेंगे।
विशाल भारद्वाज, रमेश सिप्पी, करण जौहर प्रोडक्शन के पार्थ, महेश भट्ट, सिद्धार्थ राय कपूर, सतीश कौशिक सहित अनेक फिल्म निर्माताओं व निर्देशकों ने जल्द ही उत्तराखण्ड में फिल्म शूटिंग किए जाने की बात कही। फिल्म निर्माता सिद्धार्थ रॉय कपूर ने कहा कि राज्य सरकार की यह पहल सराहनीय है। ऐसा कम ही होता है कि किसी राज्य के मुख्यमंत्री खुद फिल्मकारों से मिलकर अपने राज्य में आने के लिए आमंत्रित करें। उत्तराखंड में काफी संभावनाएं है।
फिल्म निर्माता नारायण सिंह ने कहा कि उन्होंने उत्तराखंड में बत्तीगुल मीटर चालू फिल्म शूटिंग की है, जिसमे राज्य सरकार ने काफी सहयोग प्रदान किया है। राज्य में काफी अच्छी लोकेशन है। शूटिंग का जितना शांत माहौल उत्तराखंड में मिला, कहीं और नहीं मिला। लोग जब शूटिंग देखने आते थे तो पूरे अनुशासन और शांति के साथ आते थे।
फिल्म निर्माता मुकेश भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड में काफी संभावनाएं है। सरकार फिल्म निर्माता के नजरिये से नीतियां तैयार करे। अनुदान और अन्य सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए। रमेश सिप्पी ने कहा कि हम सभी उत्तराखंड के साथ है। फिल्मो की शूटिंग से राज्य में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।  फिल्म निर्माता बोनी कपूर ने भी उत्तराखण्ड सरकार को सहयोग दिए जाने की बात कही।
प्रसिद्ध गीतकार प्रसून जोशी ने कहा की उत्तराखण्ड के लोग बहुत संवेदनशील है। हम सभी को मिलकर ऐसा माहौल बनने का प्रयास करना चाहिए, जिससे उत्तराखंड में शूटिंग के लिए फ्रेंडली माहौल तैयार हो सके। फिल्म निर्माता सतीश कौशिक ने कहा कि उनका उत्तराखंड से काफी पुराना नाता है।
 इस अवसर पर मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने कहा कि राज्य सरकार फिल्म निर्माता और निर्देशकों को हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराएगा। सचिव सूचना दिलीप जावलकर ने उत्तराखण्ड फिल्म नीति में दी जा रही सुविधाओ की जानकारी फिल्म निर्माताओं को दी। साथ ही फिल्म नीति में संशोधन के लिए सुझाव भी मांगे। जावलकर ने कहा कि आगामी अक्टूबर में आयोजित होने वाले निवेश सम्मेलन में फिल्म सिटी और स्टूडियो में निवेश संबंधी प्रस्ताव तैयार किये जा रहे है।
कार्यक्रम में यशराज फिल्म्स के ऋषभ चोपड़ा, जाॅन अब्राहिम प्रोडक्शन के शील नीम्बालकर, फिल्म एंड टेलिविजन प्रोड्यूसर गिल्ड आॅफ इंडिया के कुलमीत मक्कड़, फोक्स स्टार स्टूडियो के पार्थ अरोरा, इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर एसोसियेशन के अध्यक्ष टी.पी.अग्रवाल, निर्माता-निर्देशक हंसल मेहता, प्रसिद्ध गायकिा अनुराधा पौड़वाल, निर्माता नितीन चंद्रचूड़, निर्माता-निर्देशक मुकेश भट्ट, निर्माता अरविंद बब्बल, निर्माता डाॅ. रतिशंकर त्रिपाठी, मंयक तिवारी, विक्रमजीत राॅय, मोशन पिक्सर्च एसोसियेशन आॅफ अमेरिका के उदय सिंह, निर्माता आशीष सिंह, दिलीप ताहिल, सुधांशु पाण्डे सहित अनेक प्रसिद्ध हस्तियां मौजूद थीं।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव मनीषा पंवार, सचिव वित्त अमित नेगी, प्रबंध निदेशक सौजन्या, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट, औद्योगिक सलाहकार के एस पंवार आदि उपस्थित थे।