देहरादून। उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून सहित प्रदेशभर में त्याग, समर्पण और बलिदान का पर्व ईद-उल-अजहा (बकरीद) का पर्व सोमवार को धूमधम से मनाया गया। बारिश के बावजूद शहर की तमाम मस्जिदों में मुसलमान भाइयों ने कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच बकरीद की नमाज अदा कर खुदा का शुक्र एवं मुल्क की तरक्की के लिए दुआएं मांगी।
नमाज के बाद लोगों ने एक दूसरे के गले मिलकर उन्हें मुबारकबाद दी। इसी क्रम में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों विशेषकर मुस्लिम समुदाय को बकरीद की शुभकामनाएं दी हैं।
सोमवार को मुस्लिम समुदाय को लेकर देहरादून के दो मुख्य ईदगाहों के अलावा विभिन्न मस्जिदों में भी ईद की सामूहिक नमाज अदा कर अल्लाह के बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। पहाड़ों की रानी मसूरी में भी यह पर्व मनाया गया। देहरादून सहित अन्य इलाकों में सुबह से हो रही बारिश भी उन्हें डिगा नहीं पाई।
सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
प्रशासन की ओर से बकरीद पर्व को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा-व्यवस्था के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। पुलिस ने बकरीद के लिए यातायात के बेहतर इंतजाम किए हैं। बारिश के बावजूद सुरक्षाकर्मी अपने ड्यूटी पर मुस्तैद हैं। ईदगाह और मस्जिद की ओर जाने वाले मार्ग पर यातायात में बदलाव किया गया था जिससे नामाजियों को कोई असुविधा न हो, इसके लिए देहरादून के एसएसपी अरुण मोहन जोशी पुलिस अधिकारियों के साथ लगातार नजर बनाए हुए हैं। रूट डायवर्जन के दौरान मौके पर थान प्रभारी और एसपी ट्रैफिक तक मौजूद हैं।
देहरादून की इन मस्जिदों में अदा की गई नमाज
चकराता रोड स्थित ईदगाह : सुबह 9 बजे
सहारनपुर रोड स्थित माजरा ईदगाह : सुबह 8:30 बजे
ईदगाह मुस्लिम कॉलोनी : सुबह 8 बजे
पलटन बाजार जामा मस्जिद : 9:30 बजे
लोहियानगर जामा मस्जिद : 8:45 बजे
गांधीग्राम की गौसिया जामा मस्जिद : 8:45 बजे
जीएमएस रोड स्थित मदरसा : 8:30 बजे
राजपुर रोड कंडोली साबरी मस्जिद : 8 बजे
करनपुर स्थित शिया जामा मस्जिद : 10 बजे