मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र को सुप्रीम कोर्ट से स्टे मिलने पर औंधे मुंह गिरे साजिशकर्ताः भाजपा

0
552
उत्तराखंड
भाजपा प्रवक्ता एवं विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश देने के उत्तराखंड हाईकोर्ट के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगाने के लिए शीर्ष अदालत के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट का फैसला दोषपूर्ण था, इसलिए सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल इस पर रोक लगाई और सुप्रीम कोर्ट ने जो तल्ख टिप्पणी की, वो भी अपने आप में महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इससे वो लोग औंधे मुंह गिरे हैं, जो मुख्यमंत्री के खिलाफ इस तरह की घटिया साजिश रच रहे थे।
सुप्रीम कोर्ट से स्टे मिलने के बाद आनन-फानन में बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में मुन्ना सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि जिस प्रकार कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष प्रीतम सिंह, विधानसभा में नेता विपक्ष इंदिरा हृदयेश और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अधीर होकर बयानबाजी कर रहे थे, उसने हमारी पार्टी को कुछ छानबीन करने के लिए मजबूर किया। हम इस नतीजे पर पहुंचे कि उत्तराखंड में हरीश रावत के विरुद्ध उमेश शर्मा ने जो स्टिंग ऑपरेशन किया था, उस मामले में कांग्रेस पार्टी ने उमेश शर्मा के साथ समझौता किया है। कांग्रेस पार्टी ने उमेश शर्मा को आगे करके मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह की साफ सुथरी छवि को धूमिल करने का कुत्सित प्रयास किया है। इस षड्यंत्र में कांग्रेस पार्टी बराबर की भागीदार है। उमेश शर्मा ने जब कांग्रेस नेता हरीश रावत के खिलाफ स्टिंग ऑपरेशन किया था, तब कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने कोर्ट में उमेश शर्मा को ब्लैकमेलर कह रहे थे और इस बार कोर्ट में उसे पाक साफ और ईमानदार पत्रकार और लोकतंत्र का झंडाबरदार बता रहे थे। मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि आने वाले समय में यह साजिश भी तार-तार हो जाएगी और असलियत सामने आएगी।
उन्होंने हरीश रावत से सवाल किया कि क्या वह उमेश शर्मा को ईमानदार पत्रकार मानते हैं? क्या वो उमेश शर्मा के खिलाफ जितने आपराधिक केस हैं, उनका विरोध करते हैं? क्या वो बहुत ईमानदारी से काम करते हैं? जहां तक मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत का सवाल है, उन्होंने पहले दिन से ही भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। सत्ता के गलियारों में साठगांठ करने वाले इससे परेशान हो गए और वही लोग इस तरह की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि याचिकाकर्ता कह रहा है कि मुख्यमंत्री के रिश्तेदारों की जो सूची दी, वो और लेनदेन की बात जो कही गई वह भी गलत है, तो यह सामान्य तौर पर समझने वाली बात है कि जांच किसके खिलाफ होनी चाहिए। जहां तक एफआईआर की बात है वह शासन का बिषय है, हमारी पार्टी का बिषय नहीं है। हम तो पहले दिन से यह मानते हैं कि यह मामला कोर्ट में नहीं टिकेगा।
एक सवाल के जवाब में भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जिन लोगों ने यह साजिश रची है, उनके अपने कुछ न कुछ निजी स्वार्थ हैं। आज जिस तरह से कांग्रेस पार्टी ने इस्तीफा मांगना शुरू किया, वह उसका अनुचित आचरण है। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस राजनीतिक पार्टी है, हम उसके साथ राजनीतिक तौर-तरीके से निपटेंगे। अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर पाएगी। कांग्रेस यह भी जान ले कि भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे पर एकजुट है और एकजुट रहेगी।