कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के कोरोना संक्रमित होने के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत एकांतवास में क्या गए, सोशल मीडिया में तरह-तरह की भ्रामक खबरों का दौर शुरू हो गया। ऐसी ही एक खबर सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें कहा गया है कि राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धन सिंह रावत को कार्यवाहक मुख्यमंत्री बनाया गया है। अंततः इस पर डॉ. धन सिंह रावत और भाजपा के नेताओं को आगे आकर इसका खंडन पड़ा।
सहकारिता, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास और प्रोटोकॉल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धन सिंह रावत ने कहा, ‘कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर मुझे कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में दर्शाया जा रहा है, जोकि बिल्कुल ही गलत है और बेहद ही निंदनीय है। मैं ऐसे लोगों की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं और ऐसे लोगों के खिलाफ मेरे द्वारा पुलिस प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। आप सभी लोगों को मैं कहना चाहता हूं कि भले ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सेल्फ क्वारंटाइनहैं लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के इस कठिन दौर में निरंतर मुख्यमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग तथा फोन के माध्यम से सभी मंत्रीगणों, विधायकगणों और उच्चाधिकारियों से संपर्क कर आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे हैं ताकि हमारा प्रदेश इस वैश्विक महामारी से जल्द से जल्द ठीक हो सके। मैं सभी सोशल मीडिया के मित्रों से अनुरोध करना चाहूंगा कि कृपया इस गलत खबर को सत्य ना मानें।’
उधर, भाजपा ने प्रदेश में कार्यवाहक मुख्यमंत्री नियुक्त किए जाने संबंधी अफवाहों को विपक्ष के दुष्प्रचार अभियान का हिस्सा बताया है। भाजपा के मीडिया प्रभारी अजेंद्र अजय ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने खुद ही अपने को गृह एकांतवास में किया है। एकांतवास होने के बावजूद मुख्यमंत्री रावत दूरभाष और अन्य माध्यमों से सभी आवश्यक कार्य निपटा रहे हैं। सभी मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी आदि लगातार उनसे मार्गदर्शन ले रहे हैं। उन्होंने विपक्ष के इस कृत्य को घृणित और निंदनीय बताया है।