एक दिन पूर्व चटकती धूप और गर्मी के बाद रविवार को मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। इससे ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई है और निचले इलाकों झमाझम बारिश से ठंड बढ़ गयी है। मौसम के बदले मिजाज से अन्नदाता फिर चिंतित हो गया है, क्योंकि उसकी फसल कटी रखी है।
मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी की थी रविवार को भारी बारिश होगी। आज झमाझम बारिश के कारण जहां उत्तरकाशी जिले के गंगोत्री- यमुनोत्री, हरकिदून में पारा भी दो डिग्री नीचे आ गया है वहीं ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई है। जबकि शनिवार को तेज धूप और गर्मी की वजह से लोग दोपहर में घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं कर पा रहे थे। शुक्रवार को जहां अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था वहीं शनिवार को आसमान पर बादल छाए होने की वजह से तापमान में भारी गिरावट आई ।
मौसम विभाग ने पहले ही भविष्यवाणी की थी कि रविवार को बारिश हो सकती है, जिससे पारा भी 29 डिग्री तक आ सकता है। इसके कारण प्रदेश भर में भारी हो रही है। पुलिस ने चारधाम यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि मौसम के सामान्य होने तक गंगोत्री-यमुनोत्री धाम की ओर सफर ना करें। ऐसे में सफर करना जोखिम भरा हो सकता है।
फिर बढ़ी अन्नदाता की चिंता–
जिले में अभी तक 80 फीसदी फसल कटने के साथ ही थ्रेसिंग भी हो रही है। ऐसे में मौसम के बदलते मिजाज ने अन्नदाता की चिंता फिर बढ़ा दी है। क्योंकि फसल कटने के बाद यदि गेहूं भीग गया तो दाने फूल जाने से उसकी क्वालिटी बिगड़ जाएगी, जिससे समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदा नहीं जा सकेगा। क्योंकि उपार्जन केंद्रों पर गेहूं खरीदी के लिए जो पैमाने तय किए गए हैं, उन्हें मौसम की मार बिगाड़ सकती है। जिले में पहले ही पानी की कमी के चलते गेहूं का उत्पादन कम हुआ है, उस पर से यदि बारिश ने उसे भिगो दिया तो किसान को अधिक नुकसान हो जाएगा।