मोदी सरकार की नीतियों से नाराज ट्रेड यूनियनों ने देशव्यापी हड़ताल के आवाहन पर पूरे देश मे जहाँ इसका असर देखने को मिला तो वही उत्तराखंड में खराब मौसम और भारी बारिश के बावजूद ट्रेड यूनियनों से जुड़े कई संघठनो ने सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया औऱ मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। जिसमें बैंक कर्मचारी मजदूर संगठन सीटू कर्मचारी, इंटक संगठन सहित कई ट्रेड यूनियन के कर्मचारी मौजूद रहे। इस दौरान सभी यूनियनों द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
पूरे देश में राष्ट्रव्यापी हड़ताल का असर देहरादून में भी देखा जा रहा है। देहरादून में तमाम यूनियन ने परेड ग्राउंड में प्रदर्शन किया।भारी बारिश में भी प्रदर्शन कर रहे इन कर्मचारियों ने केंद्र सरकार की नीतियों को लेकर जमकर नारेबाजी की कर्मचारियों का कहना है कि केंद्र सरकार मजदूरों एवं कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। सभी सरकारी सेक्टर का निजीकरण किया जा रहा है। मुख्य रूप से केंद्रीय ट्रेड यूनियन की डिमांड है कि न्यूनतम वेतन इस महंगाई में कम से कम ₹21,000 किया जाए साथ ही समान कार्य के लिए समान वेतन दिया जाए जो ठेकेदारी प्रथा है, उसको समाप्त किया जाए।
लंबे समय से जो पद आज तक नहीं भरे गए हैं उन पर जल्द ही नियुक्तियां किए जाएं साथ ही कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार पूरी तरीके से आज कॉरपोरेट पर ही निर्भर हो गई है । वह सब चीज को कॉर्पोरेट घरानों में बांट रही है ऐसे में जो मजदूर वर्ग है वह सड़कों पर आ गया है और आंदोलन करने के लिए बाध्य हो रहा है।