केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई स्थानों पर काफी खतरनाक है। जरा सी चूक भी बड़ी दुर्घटना का सबब बन सकती है। फाटा से दस किलोमीटर आगे सीतापुर से पहले पहाड़ी के पास कटिंग का कार्य कर रही कार्यदायी संस्था ने इसे अधूरा छोड़ दिया है। इसके कारण भारी वाहनों को आवागमन में मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक कि वाहनों के पहिये यहां पर धंस रहे हैं। यहां बड़ी दुर्घटना होने से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
- फाटा से सोनप्रयाग तक राजमार्ग बना है जानलेवा
- कार्यदायी संस्था सिंगला कंपनी के खिलाफ स्थानीय जनता में आक्रोश
केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर फाटा से सोनप्रयाग तक कार्यदायी संस्था सिंगला कंस्ट्रक्शन है। आरोप है कि कार्यदायी संस्था द्वारा राजमार्ग पर घटिया कार्य किया जा रहा है। पहाड़ी की कटिंग सही तरीके से नहीं किया जा रहा। पुश्तों का निर्माण भी घटिया हो रहा है। डेंजर जोन पर कार्य को छोड़कर कंपनी दूसरी जगर कार्य करवा रही। ऐसे में भारी वाहनों के साथ ही छोटे वाहनों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
शनिवार को फाटा से सोनप्रयाग की ओर से जा रहा एक वाहन सीतापुर के पास फंस गया। यहां पर कार्यदायी संस्था की ओर से कटिंग का कार्य सही नहीं किया गया है, जिस कारण बस का पिछला पहिया धंस गया और वाहन फंस गया। गनीमत रही कि बड़ा हादसा होते-होते बचा। वाहन के फंसने से लंबा जाम लगा। मशीन की मदद से बस को बाहर निकाला गया।
इन दिनों केदारनाथ यात्रा चरम पर है। हर दिन हजारों की संख्या में तीर्थयात्री गौरीकुंड पहुंच रहे हैं, लेकिन कार्यदायी संस्था के कारण यात्रियों को जान जोखिम में डालकर सफर तय करना पड़ रहा है। रात के समय कार्यदायी संस्था राजमार्ग पर विस्फोट कर रही है, जिससे मलबा भर-भरा कर राजमार्ग पर आ रहा है। क्षेत्र पंचायत सदस्य अशोक कुनियाल ने बताया कि कार्यदायी संस्था राजमार्ग पर मनमानी से कार्य कर रहा है। कंपनी की ओर से कभी भी यात्रा के समय कार्य प्रारम्भ कर दिया जाता है, जिससे स्थानीय जनता एवं यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम गोस्वामी ने बताया रात्रि के समय यात्राकाल मे ब्लास्ट किया जा रहा है, जो नियमों के विरुद्ध है। ब्लास्टिंग के कारण यात्रियों को घंटों जाम से जूझना पड़ रहा है और ब्लास्ट के कारण नजदीकी मकानों पर पत्थरों का खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। कार्यदायी संस्था यात्रियों और स्थानीय लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि कंपनी की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हुआ तो प्रशासन के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।
इस मामले में जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि कार्यदायी संस्था के खिलाफ काफी शिकायतें आ रही हैं। राजमार्ग पर कंपनी सही तरीके से कार्य नहीं कर रही है। इसके लिए एनएच के अधिशासी अभियंता को सख्त निर्देश दिए गए हैं।