शुक्रवार 1 फरवरी का दिन भारतीय वायु सेना के इतिहास में एक काला दिन था। एयरफोर्स ने पुष्टि की कि बेंगलुरु के पूर्वी उपनगर में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) रनवे से उड़ान भरने वाला फ्रांसीसी निर्मित मिराज 2000 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमे एयरफोर्स ने अपने दो वरिष्ठ पायलट खो दिये।
मिराज 2000 लड़ाकू जेट विमान के पायलटों की पहचान गाजियाबाद के स्क्वाड्रन लीडर समीर अबरोल और देहरादून से स्क्वाड्रन लीडर सिद्दार्थ नेगी के रूप में की गई थी।
स्क्वाड्रन लीडर सिद्दार्थ नेगी के दुखद निधन की खबर जैसे ही उनके गृहनगर पहुंची, उनके जाननेवालों पर मानों दुख का पहाड़ टूट पड़ा। सिद्दार्थ का जन्म देहरादून में हुआ था और वे वसंत विहार के पास पंडितवाड़ी के धर्तावाला के रहने वाले थे। सिद्दार्थ के पिता बलबीर सिंह नेगी सीबीसीआईडी से सेवानिवृत्त थे, और वर्तमान में ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय में कार्यरत थे। जबकि उनकी माँ एक गृहिणी थीं। सिद्धार्थ की एक छोटी बहन है जिसकी शादी हो चुकि है। सिद्धार्थ के पड़ोसी नवीन बिष्ट ने न्यूज़पोस्ट से बात करते हुए बताया कि, “सिर्दाथ जैसे युवा के लिए जीवन कितना छोटा हो गया, कल उसका जन्मदिन था और हमें उसके निधन की खबर मिली, हम सभी बहुत दुखी हैं और बोलने के लिए हमारे पास शब्द भी नहीं है।सि र्दाथ ने अपनी पढ़ाई सेवन ओक्स स्कूल से पूरी की थी। सिद्धार्थ की शादी को लगभग ढाई साल हो चुके थे और उनकी पत्नी वायु सेना में भी काम करती हैं।”
स्क्वाड्रन लीडर सिद्दार्थ नेगी को जून 2009 से अपनी ड्यूटी शुरु की थी, जबकि गाजियाबाद के उनके सहयोगी समीर अबरोल 2008 बैच के थे।
डसॉल्ट एविएशन द्वारा निर्मित, सिंगल इंजन जेट लड़ाकू विमान एचएएल द्वारा किए गए अपग्रेड के बाद एक परीक्षण उड़ान पर था जो कल सुबह 10:30 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया । समीर और सिदार्थ दोनों बेंगलुरु में विमान और सिस्टम परीक्षण प्रतिष्ठान का हिस्सा थे।
दुर्घटना के कुछ ही मिनटों के अंदर, दुर्घटना स्थल पर उठे धुएं, आग और हेलिकॉप्टरों के भयानक दृश्य वायरल हो गए। आसपास के गवाहों ने सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फोटो और वीडियो क्लिप को साझा किया।
सिद्धार्थ का परिवार शुक्रवार को ही बेंगलुरु के लिए रवाना हो गया।