उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए छात्र-छात्राओं की पढ़ाई ऑनलाइन और ऑफ लाइन जारी रहेगी। प्रयोगात्मक विषय की पढ़ाई संस्थान में और अन्य विषय की पढ़ाई घरों पर ऑनलाइन होगी। इस संबंध में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने प्रमुख सचिव को शीघ्र निर्देश जारी करने के आदेश दिए हैं।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने जारी बयान में कहा है कि कोरोना के बढ़ते फैलाव के मद्देनजर उच्च शिक्षा के अंतर्गत छात्र-छात्राओं की पढ़ाई ऑफ एवं ऑन लाइन दोनों मोड में कराने का निर्णय लिया गया है। यह निर्णय राज्य के समस्त निजी एवं सरकारी विश्वविद्यालयों, उच्च शिक्षण संस्थानों में लागू होगा।
मंत्री ने बताया कि विज्ञान वर्ग एवं प्रयोगात्मक विषय के छात्र-छात्राएं अपने संस्थानों में आ कर पढ़ाई कर सकेंगे जबकि अन्य विषय के छात्र-छात्राएं घर बैठे ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे। यह सुनिश्चित कराने के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर कुलपति मॉनिटरिंग करेंगे एवं राजकीय महाविद्यालय स्तर पर निदेशक उच्च शिक्षा मॉनिटरिंग कर शासन को प्रत्येक माह अपनी रिपोर्ट प्रेषित करेंगे। इसी प्रकार राजकीय महाविद्यालयों के प्राचार्य अपने संस्थान की रिपोर्ट निदेशक उच्च शिक्षा को प्रस्तुत करेंगे।
94 महाविद्यालयों में 4 जी कनेक्टिविटी से जुड़े
उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी 106 महाविद्यालयों में से 94 महाविद्यालयों को 4 जी सुविधा से जोड़ दिया गया है। शेष महाविद्यालयों को भी 30 अप्रैल तक 4 जी कनेक्टिविटी से जोड़ दिया जाएगा। उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि सभी राजकीय विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में पुस्तकालय, बिजली, पेयजल, स्मार्ट क्लास, ई-बोर्ड, ई-लाइब्रेरी, कम्प्यूटर, आधुनिक प्रयोगशाला उपकरण, फर्नीचर आदि 14 चिह्नित मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई हैं।