देहरादून, उत्तराखंड का एक और फुटबॉलर भारतीय सीनियर टीम में दस्तक देने वाला है। देहरादून के इंदिरानगर के रहने वाले दीपेंद्र नेगी का चयन अंडर 23 फुटबॉल कैंप के लिए हुआ है। भारत की अंडर 23 फुटबॉल टीम को अगस्त माह में फुटबॉल प्रतियोगिता खेलने ऑस्ट्रेलिया जाना है। दीपेंद्र नेगी वर्तमान में आईएसएल खेलने वाली केरला ब्लास्टर टीम के मिडफिल्डर हैं।
बता दें कि दीपेंद्र नेगी इंदिरा नगर निवासी सामाजिक कार्यकर्ता विरेंद्र नेगी के पुत्र हैं, उनकी मां उमा नेगी गृहणी है। दीपेंद्र ने देहरादून में रहकर ही अपने मामा व कोच विरेंद्र सिंह रावत से फुटबॉल की बारीकियां सीखी हैं। कोच विरेंद्र रावत ने बताया कि दीपेंद्र ने अंडर 23 फुटबॉल कैंप के लिए चयन होने पर खुद उनको जानकारी दी है। भारत की अंडर 23 फुटबॉल टीम को अगले महीने ऑस्ट्रेलिया में चैंपियनशिप खेलनी है। विरेंद्र सिंह रावत बतातें हैं कि वर्ष 2010 में दीपेंद्र उनके पास प्रशिक्षण लेने आए थे। 2010 में ही उत्तरकाशी में अंडर 10 स्टेट चैंपियनशिप थी, जिसमें दीपेंद्र ने दमदार प्रदर्शन किया। इस बीच दो साल तक प्रशिक्षण देने के बाद वर्ष 2012 में ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेनशन ने अपनी एकेडमी के लिए देहरादून स्थित पुलिस लाइन में खिलाड़ियों के ट्रॉयल लिए। करीब 265 बच्चों ने भाग लिया था। इनमें से सिर्फ तीन बच्चों का चयन फाइनल ट्रॉयल के लिए हुआ था। इसके बाद गुड़गांव में हुए फाइनल ट्रॉयल में भी दीपेंद्र ने अच्छा प्रदर्शन किया और उनका चयन एआईएफएफ की कलकत्ता एकेडमी के लिए हुआ। वर्ष 2013 में नेपाल में हुई सैफ चैंपियनशिप में दीपेंद्र ने भारत की अंडर 16 टीम का प्रतिनिधित्व किया।
इस टीम ने ही गोल्ड मेडल मेडल जीतकर खिताब अपने नाम किया था। इसके बाद दीपेंद्र भारतीय अंडर 17 टीम का हिस्सा बने। इसी टीम ने 2015 में सुब्रोतो मुखर्जी इंटरनेशनल फुटबॉल चैंपियनशिप का खिताब जीता था। दीपेंद्र के खेल को देखकर स्पेन के प्रोफेशनल क्लब मैटिज ने उनके साथ करार किया। करीब साल भर उन्होंने इस क्लब को भी अपनी सेवाएं दी। भारत वापस लौटे तो उन्हें केरला ब्लॉस्टर ने अपनी टीम में शामिल कर लिया। वर्ष 2017 में आईएसएल टूर्नामेंट के दौरान केरला ब्लॉस्टर के लिए एक मैच में दीपेंद्र ने गोल कर जीत में अहम भूमिका निभाई थी। इसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार भी दिया गया।
कुछ माह पहले हुआ था एक और चयन
कुछ माह पहले देहरादून के ही अनिरुद्ध थापा का चयन भारतीय टीम में हुआ है। दीपेंद्र और अनिरुद्ध का 2012 में एआईएफएफ की एकेडमी के लिए एक साथ चयन हुआ था। दोनों काफी साल तक एक साथ खेले हैं और दोनों अच्छे मित्र भी हैं। अनिरुद्ध थापा ने भी हाल ही में भारत में संपन्न हुई अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन किया था। अनिरुद्ध को इस समय एआईएफएफ ने बेस्ट इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द ईयर चुना है।