उत्तराखंड में बारिश और पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी से शनिवार को मौसम खुशगवार हो गया। केदारनाथ और बद्रीनाथ में बर्फ गिरी है। इससे लोगों को गर्मी से निजात मिली है। राज्य के कई इलाकों में बारिश जारी है।
राजधानी देहरादून में शुक्रवार देररात तेज हवा के साथ बारिश और ऊंचाई वाले पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है। देहरादून, गोपेश्वर, श्रीनगर, टिहरी, उत्तरकाशी बड़कोट सहित इलाकों में बारिश जारी है। दोपहर तक दून में कभी धूप तो कभी हल्की बारिश रुक-रुक जारी है। सिखों के प्रमुख धाम हेमकुंड साहिब में इन दिनों चार फीट बर्फ जमी हुई है, जबकि पिछले साल तक इन दिनों हेमकुंड में 20 फीट से अधिक तक बर्फ जमी रहती थी।
मौसम विज्ञान केंद्र ने पर्वतीय जिलों में बारिश का अनुमान लगाया था। अगले दो दिन दून समेत 6 जिलों में ओलावृष्टि की भी आशंका है। चमोली, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, देहरादून, मसूरी, कोटद्वार, ऋषिकेश और डोईवाला में रात से सुबह के समय हल्की बारिश हुई। अभी आसमान में बादल छाए हुए हैं।
दून में जहां एक रोज पहले अधिकतम तापमान 31.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, वहीं अगले दिन यह बढ़कर 31.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। यह फरवरी में अधिकतम तापमान के ऑल टाइम रिकॉर्ड से भी अधिक है। गुरुवार को ऑल टाइम रिकॉर्ड स्थापित करने के बाद भी पारे में उछाल जारी है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 28 फरवरी को उत्तरकाशी, चमोली, देहरादून, रुद्रप्रयाग के कुछ स्थान एवं टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, नैनीताल में कहीं-कहीं हल्की बारिश की संभावना है। अगले दो दिन ज्यादातर शहरों का सामान्य तापमान 5-7 डिग्री सेल्सियस अधिक रह सकता है। उत्तरकाशी, चमोली, देहरादून और टिहरी के कुछ इलाकों में ओलावृष्टि के आसार हैं।
उधर, शनिवार सुबह 9ः30 बजे ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोड़ियाला में पहाड़ी से मलबा आने के कारण राजमार्ग बंद हो गया। इस कारण मार्ग के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। जेसीबी से मलबा हटाकर आवागमन को सुचारू किया गया है।
मौसम वैज्ञानिक केंद्र देहरादून के रोहित थपलियाल का कहना है कि हिमालयी राज्यों में पश्चिमी विक्षोभ का असर से इस बार बर्फबारी और बारिश में कमी देखी गई। मैदानी जिलों में बारिश बेहद कम हुई। इस वजह से तापमान में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। अगले कुछ दिनों में भी तापमान बढ़ने के आसार हैं।