उत्तराखंड: कक्षा 9 से 12 वीं तक के स्कूल 2 अगस्त से खुलेंगे

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FILE/REPRESENTATIVE

उत्तराखंड में 2 अगस्त से कक्षा 9 से 12 वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए ही स्कूल खुलेंगे। जबकि कक्षा 6 से 8 वीं तक के बच्चों के लिए कक्षाएं 16 अगस्त से शुरू होंगी। इस दौरान बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई भी जारी रहेगी। राज्य में कक्षा एक से लेकर पांच तक की ऑनलाइन पढ़ाई यथावत जारी रहेगी। छात्र अपने पेन, पेसिंल, कॉपी आदि दूसरे बच्चों के साथ साझा नहीं कर पाएंगे। इसके लिए शासन की ओर से मानक संचालन प्रकिया (एसओपी) जारी कर दी गई है।

शासन सचिव राधिका झा ने निजी, सरकारी और बोर्डिंग स्कूलों के लिए एसओपी जारी की है। एसओपी में राज्य में विद्यालय खोले जाने से पूर्व समस्त आवासीय परिसर के आवासीय कक्ष, किचन, डाइनिंग हॉल वॉशरूम, पेयजल स्थल, वाचनालय, पुस्तकालय तथा विद्यालय परिसर में कक्षाओं प्रयोगशाला, पुस्तकालय, शौचालय, पेयजल स्थल के अलावा ऐसे स्कूलों जहां पर छात्र-छात्राओं का भौतिक रूप से आवागमन होता है तो वहां भली-भांति सेनेटाइज करने के निर्देश दिए गए हैं। विद्यालय में सेनेटाइजर, हैंड वॉश, थर्मल स्कैनर और प्राथमिक उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

राज्य में 2 अगस्त से कक्षा नौ से बारह तक की क्लास शुरू होंगी। कक्षाएं चार घंटे चलेंगी। कक्षा 6 से 8 तक की कक्षाएं 16 अगस्त से तीन घंटे तक संचालित की जाएंगी। किंतु जिन विद्यालयों में कक्षा शिक्षण दो पारियों में संचालित होगा विद्यालय प्रबंधन समय सारणी में परिवर्तन कर सकेंगे। अलग-अलग पालियों के दौरान सेनेटाइजेशन किया जाएगा। स्कूल सोमवार से शुक्रवार शिक्षण कार्य के लिए खुले रहेंगे। शनिवार और रविवार को सेनेटाइजेशन कार्य निगम और स्वास्थ्य विभाग की ओर से किया जाएगा।

स्कूल आने वाले बच्चों के अभिभावकों से सहमति पत्र लिया जाएगा। अगर ज्यादा बच्चे स्कूल आते हैं तो ऑड-ईवन फार्मूला लागू किया जाएगा। स्कूल खुलने, छुट्टी होने पर कक्षाओं को सेनेटाइज किया जाएगा। बिना मास्क के आने की अनुमति नहीं होगी। इसके साथ ही एक साथ नहीं होगी छुट्टी। अलग-अलग छात्र भेजे जाएंगे।

हर छात्र के लिए निर्धारित सीट होगी, जिसे नहीं बदला जाएगा। कक्षा में विद्यार्थी छह फीट की दूरी बनाकर बैठेंगें। स्कूल में फुल बाजू के पैंट-कमीज पहनकर छात्र आएंगे। जो ऑनलाइन पढ़ेंगे उनकी वर्कशीट अभिभावकों को उपलब्ध कराई जाएगी।

इस दैरान छात्र गर्म पानी की बोतल घर से लेकर आएंगे। स्कूल में गर्म पानी की व्यवस्था भोजन माता करेंगी। विद्यार्थियों को अपने साथ छोटे सेनेटाइजर की बोतल रखनी होगी।

एसओपी में महानिदेशक,निदेशक माध्यमिक शिक्षा,निदेशक प्रांरभिक शिक्षा को अपने स्तर से उक्त दिशा निर्देशों को अनुपालन को लेकर सुनिश्चत के साथ समय-समय पर निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं।

शिक्षामंत्री पांडेय ने का कहना है कि देश में अब भी संक्रमण के मामले कम मिल रहे हैं। संक्रमण के चलते छात्र-छात्राएं ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। ऐसे में अभिभावकों के साथ बैठक कर स्कूल खोलने का फैसला लिया गया है। इस दौरान कोरोना नियमों और संक्रमण का शत-प्रतिशत पालन किया जाएगा।