उत्तराखंड में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के बाद यहां राज्य सचिवालय में कार्यरत एक सहायक समीक्षा अधिकारी का भाई कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इसके बाद सचिवालय में हड़कम्प मच गया है। एहतियातन अनुभाग अधिकारी ने सुबह ही अनुभाग बंद करा दिया। इसके बाद इसकी सूचना सचिवालय प्रशासन को दी गई। आनन-फानन में आदेश जारी कर सचिवालय और विधानसभा में बाहरी लोगों के प्रवेश पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है।
सचिवालय प्रशासन ने शुक्रवार को इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। इसके अनुसार अब निजी सचिवों की पर्चियों पर गेट पास जारी नहीं हो सकेंगे। केवल अपरिहार्य परिस्थितियों में सचिव के हस्ताक्षर और मुहर वाली पर्ची पर ही प्रवेश की अनुमति होगी। राज्य की अपर मुख्य सचिव सचिवालय प्रशासन राधा रतूड़ी की ओर से इस संबंध में सभी अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों, सचिवों, प्रभारी सचिवों व अपर सचिवों को निर्देश जारी किए गए हैं। पत्र में कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए विभिन्न विभागों की बैठक संबंधी सूचना दूरभाष पर ही प्राप्त करने को कहा गया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय के आगंतुकों के लिए मुख्यमंत्री के सचिव के हस्ताक्षरयुक्त पर्ची पर ही बैठक के लिए प्रवेश पत्र जारी हो सकेगा। अब जबकि सचिवालय में मानक संचालन प्रक्रिया लागू की गई है, ऐसे में सचिवालय में केवल सचिवालय अधिकारी, कर्मचारी, वाहन चालक एवं अन्य राजकीय अधिकारी, कर्मचारी वाहन चालक ही आएंगे। मौजूदा समय में अन्य लोगों का प्रवेश पूरी तरह के प्रतिबंधित है।
सचिवालय प्रशासन के आदेशानुसार सम्बन्धित अनुभाग के सभी कर्मचारियों को कोरोना टेस्ट कराने के निर्देश दिए गए हैं। टेस्ट की रिपोर्ट आने तक सभी कर्मचारियों को अपने घर में ही एकांतवास में रहने के निर्देश दिए गए हैं। कहा गया है कि जब तक रिपोर्ट नहीं आती तब तक उस विभाग के कर्मचारी अपने घर में रहकर अपने और अपने परिवार को सुरक्षित रखें।