मुख्यमंत्री ने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत उत्तराखंड को सात राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है। उत्तराखंड की ओर से सम्मानित होने वाले प्रतिनिधियों ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में उनसे भेंट की। ये पुरस्कार शुक्रवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत द्वारा प्रदान किए गए।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सचिव पेयजल, अरविन्द सिंह हयांकी के नेतृत्व में आए सभी प्रतिनिधियों को बधाई देते हुए कहा कि इसी मनोयोग से कार्य करते रहे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत के संकल्प को सिद्धि तक पहुंचाने के लिए सभी को स्वच्छता अभियान में सहयोग करना होगा। कोई भी अभियान जन सहभागिता से ही पूरा हो सकता है। स्वच्छ भारत से ही स्वस्थ भारत की कल्पना साकार की जा सकती है। उत्तराखंड में गंगा व यमुना का उद्गम स्थल है। इन नदियों को स्वच्छ और निर्मल रखने की पहली जिम्मेदारी भी उत्तराखंड की है। गंगा और यमुना की स्वच्छता के साथ ही स्वच्छ उत्तराखंड के लिए हम सब को दृढ़़ संकल्प होकर अपना योगदान देना जरूरी है।
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, जल शक्ति मंत्रालय ने उत्तराखण्ड राज्य से विभिन्न श्रेणियों में निम्नानुसार दिये गए पुरस्कार
श्रेष्ठ राज्य – उत्तराखण्ड
श्रेष्ठ जनपद – उत्तरकाशी
स्वच्छ आईकाॅनिक स्थल (तृतीय चरण) – ग्राम माणा, जनपद चमोली।
श्रेष्ठ नामामि गंगे ग्राम – अजीतपुर, जनपद हरिद्वार
श्रेष्ठ गंगा ग्राम – उत्तरकाशी के ग्राम-बगोरी
महिला चैम्पियन श्रेणी(राष्ट्रीय स्तर) – गीता मौर्या, अध्यक्ष, शक्ति स्वयं
सहायता समूह, सहसपुर देहरादून
स्वच्छ भारत समर इन्टरशिप – चन्द्र प्रकाश, भारतीय शहीद सैनिक
विद्यालय, नैनीताल
इस अवसर पर डीएम उत्तरकाशी आशीष चैहान, परियोजना निदेशक स्वच्छ भारत मिशन उदयराज सिंह, तत्कालीन प्रधान बगोरी भवान सिंह राणा व प्रधान अजीतपुर मायाराम उपस्थित थे।