वर्ष के अंत तक प्रदेश को मिल जाएंगे डाप्लर रडारः विक्रम सिंह 

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देहरादून,  उत्तराखंड में आपदाग्रस्त राज्यों में शामिल है, यहां आपदा की जानकारी के लिए दो डॉप्लर वेदर रडार मिल जाएंगे जिनके माध्यम से मौसम की सटीक जानकारी मिल पाएगी। उत्तराखंड की मौसम की सटीक जानकारी के लिए डाॅप्लर वेदर रडार की मांग लंबे समय से चली आ रही थी, लेकिन अब इस साल के अंत तक दो डाप्लर वेदर राडर मिल जाएंगे। यह जानकारी मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह ने दी, उन्होंने बताया कि वर्ष के अंत तक दो डाप्लर राडार मिलने की संभावना है।
वर्ष 2013 में आई केदारनाथ आपदा के बाद से ही उत्तराखंड में डॉप्लर रडार लगाए जाने की मांग लगातार उठती रही है लेकिन कई कारणों से अब तक मौसम की सटीक जानकारी देने वाले डॉप्लर रडार प्रदेश में नहीं लगाए जा सके थे। जिसके कारण मौसम विभाग अपेक्षित प्रगति नहीं कर पा रहा था। मौसम विभाग निदेशक विक्रम सिंह का कहना है कि प्रदेश में तीन रडार लगाए जाने है जिसके स्थान चिहिन्त कर लिए गए हैं। इस कड़ी में पहला रडार मुक्तेश्वर कुमाऊं में, दूसरा डाप्लर रडार सुरकंडा में तथा तीसरा लैंसडाउन में लगाया जाएगा, इसके लिए स्थान चिन्हित कर लिए गए हैं।
विक्रम सिंह का दावा है कि, “यह दो डाप्लर राडार नवंबर अंत या दिसंबर पहले सप्ताह में मिल जाएंगे। वेस्टर्न हिमालय रीजन में लगने वाले 10 रडार में से तीन रडार जल्द उत्तराखंड में लगा दिए जाएंगे जबकि बाकी रडार हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में लगाए जाने प्रस्तावित हैं।”
निदेशक के अनुसार रडार सूक्ष्म तरंगों को भांपकर मौसमी बदलाव की भविष्यवाणी करता है। इसके माध्यम से लंबी दूरी की मौसम गतिविधियां जानी जा सकती है। यह रडार चार घंटे पहले ही मौसम की सटीक जानकारी दे देता है। इस राडार के मिल जाने के बाद प्रदेश को भारी वर्षा, अतिवृष्टि, बादल फटने की घटनाओं की सटीक जानकारी मिल सकेगी।