बदलाव: ऐसे होंगे उत्तराखंड में युनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में छात्रों के परिधान

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    (देहरादून) लंबे समय से राज्य में विश्विद्यालयों के दीक्षांत समारोहों में पहने जाने वाले परिधानों को बदलने के फैसले को सरकार ने अमली जामा पहना दिया है। सोमवार को हुई बैठक में कबीना मंत्री धन सिंह रावत की अध्यक्षता में हुई बैठक में पहाड़ी परिवेश में बनी ड्रैस का डिजाइन फाइनल कर दिया गया। इसके लिये देहरादून के ग्राफिक एरा युनिवर्सिटी से आये डिजाइन को चुना गया है।

    ग्राफिक ऐरा विश्वविद्यालय की डाॅ.ज्योति छाबरा ने बताया कि, “ग्राफिक ऐरा विश्वविद्यालय द्वारा तैयार किया गया परिधान भारतीय संस्कृति के साथ राज्य पुष्प ब्रह्मकमल, बुरांस फूल से लाल रंग, नीला राज्य पक्षी मोनाल से अौर गढ़वाल राईफल एवं कुमांऊ रेजीमेंट के ड्रेस के रंग से प्रेरित होकर बनाया गया है। 12th जनवरी को हमारे 4 डिजाइन शॉर्ट लिस्ट किये गये थे अौर हमने इन्हें सब लोगों को दिखाया। हमारी प्रेरणा सगरी, टोपी, पटका जैसे पारंपरिक परिधान रहे हैं।”

    इस डिजाइन को बनाने के लिये फैशन डिजाइन विभाग के छह छात्रों की एक टीम ने काम किया है। इसके साथ साथ डॉ ज्योति छाबड़ा, कोकिला भंडारी ने भी टीम के साथ करीब  तीन महीने कड़ी मेहनत कर ये डिजाइन तैयार किये हैं। तैयार तीन डिजाइनों में से दो आने वाले अतिथियों के और एक छात्रों के परिधान के हैं।

    इस बारे में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डाॅ.धन सिंह रावत ने कहा कि, “दीक्षांत समारोह के दौरान सरकार के समक्ष यह विचार आया, कि दीक्षांत समारोह के लिये ऐसा नया परिधान निर्धारित किया जाये, जिसमें भारतीय संस्कृति परिलक्षित होने के साथ-साथ उत्तराखण्ड की संस्कृति का समावेश किया जाए। मुख्यमंत्री द्वारा भी इस विषय में दिशा निर्देश दिये गये है।”

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    ग्राफिक ऐरा विश्वविद्यालय द्वारा बनाये गये डिजाइनों को तमाम कुलपतियों और अन्य अधिकारियों के सामने रखा गया। बैठक में आये सुझावों में ड्रेस डिजाइन में टोपी को उत्तराखण्डी स्टाइल में परिवर्तित करने जैसे सुझाव आये। इन सब सुझावों को मिलाकर अब  एक फाइनल डिजाइन आने वाले दिनों में सरकार को सहमति के लिये भेजा जायेगा। सरकार इस संबंध में कितनी तेज़ी दिखा रही है इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इन नये डिजाइनों के परिधानों का इस्तेमाल इसी महीने फरवरी में होने वाले मेडिकल विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में किया जायेगा।