ख़ाकी में हुनर: उत्तराखंड पुलिस की वर्दी में छुपी कलाकार

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‘’और वही लोग रहते है खामोश अक्सर, ज़माने में जिनके हुनर बोलते है’’

आप कानून व्यवस्था बनाने में पुलिस की कामयाबी और नाकामी के किस्से तो आये दिन सुनते रहते हैं पर आज हम आपको अपने हुनर से लोगों को मंत्रमुग्ध कर देने वाली उत्तराखंड पुलिस की महिला कर्मी के बारे में बतायेंगे। 42 साल की सुनीता नेगी ने अपने हुनर से अपनी एक अलग पहचान बना ली है। उत्तराखंड पुलिस के कंट्रोल रुम में ड्यूटी करने वाली सुनीता अपनी बनाई पेटिंग से ना केवल लोगों की वाहवाही बटोरती है बल्कि यह संदेश देती है कि जुनून को पूरा करने की कोई उम्र नहीं होती।

Jawahar lal Nehru

अपने लंबे ड्यूटी शेड्यूल के बाद भी सुनीता हर रोज़ अपनी पेंसिल को समय जरुर देती हैं और पेंसिंल स्केच से कुछ ना कुछ बनाती है। उत्तराखंड पुलिस की इस महिला कॉंस्टेबल को अपनी पेंसिंल से सेलिब्रिटी और मशहूर लोगों की पेंटिंग बनाने का शौक है।  खास बात यह है कि पुलिस की कमर तोड़ शेड्यूल के बावजूद वह हर रोज़ अपने इस शौक को थोड़ा समय जरुर देती है। 6 बहनों में सुनीता दूसरे नंबर की हैं और अपने माता-पिता के दिल के बहुत करीब हैं। सुनीता कहती हैं शायद मेरी यह कला मुझे मेरे पिता से मिली क्योंकि है वह भी कला में रुचि रखते थे।

न्यज़पोस्ट से हुई बातचीत में सुनीता बताती हैं कि “ जब भी मैं थोड़ा परेशान होती हूं तो स्केच बनाती हूं। यह मेरे लिए स्ट्रैस बस्टर का काम करता है क्योंकि स्केच बनाना मुझे बचपन से पसंद है।” सुनीता कहती हैं कि “मुझे याद भी नहीं हैं मैने कबसे पेंसिंल उठाई और पेंट स्केचिंग करने लगी क्योंकि मैने बहुत छोटे से ही पेंसिंल स्केचिंग शुरु कर दी थी।”

सुनीता के दो बच्चे हैं एक लड़का और एक लड़की और अपनी ड्यूटी और अपने बच्चों से थोड़ा समय मिलते ही वह पेंसिंल स्केचिंग में लग जाती हैं। सुनीता बताती हैं कि “मेरे माता-पिता को हमेशा से पता था कि मैं स्केचिंग करती हूं और अपनी हर स्केचिंग पूरी होने के बाद मैं उन्हें अपनी स्केचिंग जरुर दिखाती हूं। उन्हें भी मेरा स्केचिंग करना पसंद है।”

न्यूज़पोस्ट से बात करते हुए सुनीता कहती हैं कि “यूं तो मुझे ऑयल पेंटिंग भी पसंद है लेकिन मेरे पास इतना समय नहीं होता कि मैं कलर इकट्ठा करुं फिर पेंट करु इसलिए मुझे पेंसिल और रबर की मदद से बनने वाला स्केच बनाने में सहूलियत लगती है।” 

गौरतलब है कि खूबसूरत स्केचिंग करने वाली सुनीता ने कहीं से कोई ट्रेनिंग नहीं ली है। यह उनका खुद का टैलेंट है और अगर उन्हें समय मिले तो वह 2-3 घंटे में एक स्केच तैयार कर लेती है। समय के अभाव से सुनीता अपनी इस कला को पूरा समय नहीं दे पाती वरना क्या पता सुनीता आज इस क्षेत्र में एक बड़ा नाम होती।

pencil sketch of DGP uttarakhand and ADG L/O Uttarakhand

सुनीता की बनाई हुई तस्वीरों को उनके विभाग में भी खासी तारीफें मिल रही हैं। बीते दिनों सुनीता की बनाई हुई उत्तराखंड डीजीपी अनिल रतूड़ी के पेंसिल स्केच को Uttarakhand Police के फेसबुक पेज पर जगह मिली थी जिसे हजारों लोगो ने पसंद किया और पेंटिंग की तारीफ में बहुत से कमेंट आए।हाल ही में सुनीता ने अपना फेसबुक पेज S.Negi’s Art के नाम से शुरु किया है जिसपर वह अपनी बनाए स्केच को लोगों के साथ सांझा कर रही हैं और उन्हें काफी सराहना मिल रही है।

प्रोफेशनल ट्रेनिंग लेने के बारे में सुनीता कहती है कि अगर उन्हें कोई भी बेहतर प्लेटफ़ॉर्म मिलेगा तो अपनी कला को और बेहतर बनाने को वह जरुर इसके बारे में सोचेंगी। बहरहाल सुनीता की इस कला और इसके प्रति उनके जुनून को देख कर ये कहा जा सकता है कि जहां चाह वहां राह