(उत्तरकाशी), देहरादून वसंत विहार में कोरोना पॉजिटिव मिली महिला के साथ 17 और लोग भी मुंबई से देहरादून पहुंचे थे। इनमें से 9 लोग दून से दूसरी बस में सवार होकर उत्तरकाशी के जोगत गांव पहुंचे थे। दून में इस महिला के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद अब इनके साथ आये 9 लोगों की भी चिंता बढ़ गई है।
उत्तरकाशी के जोगत गांव के एक ही बिरादरी के 17 लोग 14 मई को मुंबई से निजी बस लेकर देहरादून पहुंचे। इस बस की सभी सवारी महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज रायपुर पहुंची थीं। यहां से सभी लोग बस से उतारकर अपने अपने घरों को भेजे गए। वसंतविहार के थानाध्यक्ष नत्थीलाल उनियाल ने बताया कि 8 लोग देहरादून स्थित अपने घर और 9 लोगों को दूसरी बस से उत्तरकाशी भेजा गया। इनमें यह महिला भी थी जबकि अन्य सभी 40 से 70 साल की उम्र के लोग शामिल थे। उनमें से अभी तक 60 साल की महिला में कोरोना के लक्षण सामने आए हैं। महिला के सैंपल की जांच रिपोर्ट बीती देर रात आने के बाद आज सुबह महिला और पति को दून अस्पताल में भर्ती किया गया। हालांकि पति की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। इसके अलवा 18 अन्य लोगों में फिलहाल कोरोना के लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं। सभी को क्वारंटाइन किया गया है। कोरोना पॉजिटिव महिला के परिजनों को ग्राफिक एरा में संस्थागत एकांतवास में रखा गया है। इनमें 80 साल की एक बुजुर्ग महिला भी है। इसके अलावा संपर्क में आये लोग भी इनके साथ क्वारंटाइन किये गए।
– मुंबई से 1 लाख 60 हजार रुपये में बस बुक कर पहुंचे थे
– स्पोर्ट्स कॉलेज देहरादून और उत्तरकाशी गए लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग अब हुई जरूरी
आठ जोगत और एक टिहरी में मौजूद
उत्तरकाशी आए 9 लोगों में 8 पंचायत क्वारंटाइन किये गए हैं जबकि एक व्यक्ति यहां से पैदल टिहरी स्थित पनियाला गांव चला गया। अभी तक उस व्यक्ति के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल रही कि वह घर में एकांतवास में है या फिर पंचायत के अधीन किसी फेसिलिटी केंद्र में। हालांकि मुंबई से आने वाली बस और उत्तरकाशी छोड़ने वाली बस के चालक और परिचालक के बारे में अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है। इसी तरह उत्तरकाशी वाली बस में कोई अन्य गया या नहीं, इस पर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
डेढ़ लाख दिया बस का किराया
मुंबई( महाराष्ट्र) से उत्तरकाशी लौट इन लोगों ने 1 लाख 60 हजार में बस बुक की थी। इससे पहले भी उत्तरकाशी और टिहरी के 30 लोग सवा दो लाख में बस बुक करके आए थे। हालांकि उनमें सभी लोग अभी तक सुरक्षित हैं।
घंटों इंतजार पर जताई थी आपत्ति
रायपुर स्पोर्ट्स कॉलेज में पहुंचने के बाद इन लोगों को जरूरी औपचारिकता के लिए रोका गया। इसके बाद इन लोगों ने प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। इसे लेकर एक पत्र भी मुख्यमंत्री को लिखा था। यह पत्र सोशल मीडिया में वायरल भी हुआ था।