उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में रविवार देर रात हुई बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। आलम यह है कि यमुनोत्री हाइवे तीन दिनों से लगातार बंद है। नेशनल हाइवे के अधिकारियों का कहना है कि राजमार्ग को खोलने मैं तीन दिन का समय और लग सकता है। बारिश से नेशनल हाइवे पर जगह-जगह मलबा आ गया है।
उत्तरकाशी जिले की यमुनाघाटी में राणाचट्टी और हनुमानचट्टी के बीच बरसाती गदेरे के तेज बहाव में यमुनोत्री हाइवे का करीब 30 मीटर हिस्सा बह गया। इसके कारण कई गांवों का संपर्क तहसील और जिला मुख्यालय से कट गया। राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) के अधिकारियों का कहना है कि अभी हाइवे खुलने में तीन से चार दिन का समय लग सकता है। यमुनाघाटी में रविवार रात को हुई मूसलाधार बारिश लोगों पर आफत बनकर बरसी। पूरे इलाके का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। बारिश से क्षेत्र की तमाम नदियां और बरसाती गदेरे उफान पर आ गए। राणाचट्टी और हनुमानचट्टी के बीच पड़ने वाले झझेरा खड्ड गदेरा भी अचनाक उफान पर आ गया था. पानी का बहाव इतना तेज था कि उसमें यमुनोत्री हाइवे का करीब 30 मीटर हिस्सा बह गया।
हनुमानचट्टी में कई यात्री फंस गए हैं, जिन्हें पैदल रास्तों से निकालने की कोशिश की जा रही है। स्थानीय निवासी महावीर सिंह ने प्रशासन से जल्द ही हाइवे पर यातायात सुचारु कराने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि अब स्थानीय लोगों के नकदी फसलों को मंडी में ले जाने का समय हो चुका है। राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिशासी अभियंता नवनीत पांडे के अनुसार अभी हाईवे खुलने में तीन से चार दिन का समय लग सकता है। फंसे यात्रियों और स्थानीय लोगों को एसडीआरएफ पैदल मार्ग से रेस्क्यू कर रही है।